प्रयागराज: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में पिछले 35 दिनों से अपनी मांगों को लेकर समाजवादी युवजन सभा के नेता धरना दे रहे हैं. इन लोगों को आखिरकार मंगलवार को पुलिस ने जबरन धरने से उठा दिया. इस दौरान धरना खत्म कराने पहुंची पुलिस से धरना दे रहे समाजवादी युवजन सभा के कार्यकर्ता भिड़ गए. इसके बाद पुलिस और पीएसी ने बलपूर्वक धरना दे रहे छात्रों को उठाया.
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में 35 दिनों से चल रहा था धरना, पुलिस ने जबरन कराया समाप्त
यूपी के प्रयागराज स्थित इलाहाबाद विश्वविद्यालय में विभिन्न मांगों को लेकर समाजवादी युवजन सभा के नेता धरना दे रहे हैं. पिछले 35 दिन से यूनियन हॉल के बाहर मैदान में चल रहे धरना प्रदर्शन को पुलिस ने जबरन समाप्त कराया. इससे पहले विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कई बार छात्रों और नेताओं से धरना समाप्त करने को लेकर बात की गई थी.
कई बार बातचीत के प्रयास के बाद भी जब छात्रों का आन्दोलन खत्म नहीं हुआ तो मंगलवार को एसीएम फर्स्ट युवराज सिंह कई थानों की फोर्स के साथ पहुंचे. उन्होंने पहले छात्रों से धरना खत्म करने की अपील की, लेकिन जब आन्दोलनकारी छात्र नहीं माने तो उन्होंने पुलिस फोर्स को बल पूर्वक उन्हें हटाने का आदेश दे दिया.
इससे पहले उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सितंबर तक किसी भी तरह के धरना प्रदर्शन और सभाओं पर रोक लगाने के बाद पुलिस फोर्स ने छात्रों को समझाने का प्रयास किया था, लेकिन छात्र अपनी मांगों पर अड़े रहे. काफी देर तक चली बातचीत में मौखिक आश्वासन पर छात्रों ने क्रमिक अनशन समाप्त करने की बात एमएलसी वासुदेव यादव और प्रॉक्टर आरके उपाध्याय के सामने कही, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन और एमएलसी के हटते ही छात्र पुनः अनशन पर बैठ गए. इसी बीच पुलिस फोर्स ने धारा 144 का उल्लंघन कर रहे छात्रों को जबरन उठाकर अनशन खत्म कराया.