प्रयागराजःप्रयागराज समेत अन्य जिलों में तैनात रही एसडीएम ज्योति मौर्या पिछले दिनों अपने पति के साथ हुए विवाद के बाद देश भर में चर्चा का विषय बन गई थी. ज्योति मौर्या ने जहां अपने पति के खिलाफ धूमनगंज थाने में कई संगीन आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करवाया है. वहीं, पति आलोक मौर्या ने पीसीएस पत्नी के खिलाफ भ्रष्टाचार समेत कई आरोप लगाकर जांच की मांग की थी. जिसको लेकर कार्मिक एवं नियुक्ति विभाग के आदेश पर कमिश्नर द्वारा गठित तीन सदस्यीय कमेटी ने जांच शुरू कर दी है. इसी के क्रम में आलोक मौर्य ने बुधवार को जांच समिति के समक्ष पहुंचकर साक्ष्य प्रस्तुत किए हैं.
और साक्ष्य देने के लिए मांगा समयः आलोक मौर्या ने बुधवार को दोपहर बाद मंडलायुक्त कार्यालय में पहुंचकर जांच समिति के सामने अपनी बात रखी. जांच कमेटी ने आलोक मौर्य से ज्योति मौर्य के पैसों के लेनदेन और प्रॉपर्टी से जुड़े अन्य साक्ष्य आलोक मौर्या से मांगे. जिसे उपलब्ध कराने के लिए आलोक मौर्य ने जांच कमेटी से समय की मांग की है. जांच कमेटी ने फिलहाल आलोक मौर्य को 28 अगस्त तक साक्ष्य उपलब्ध कराने का अवसर दिया है. अब आलोक मौर्या पीसीएस पत्नी के खिलाफ और अपने बचाव के लिए साक्ष्य जांच समिति को सौंपेंगे. वहीं, अभी ज्योति मौर्या की तरफ से भी जांच समिति के सामने अपना पक्ष रखने के लिए आना है.
कमिश्नर ने गठित की है कमेटीःगौरतलब है कि आलोक मौर्य ने बरेली में तैनात पीसीएस पत्नी ज्योति मौर्य पर अपने पद का दुरुपयोग कर करोड़ों की संपत्ति बनाने का आरोप लगाया है. इतना ही नहीं आलोक ने एक लाल डायरी के जरिए ज्योति मौर्य के लेनदेन का ब्योरा भी जांच समिति को दिया है. जिसमें हर महीने ज्योति मौर्य के लाखों के लेनदेन का जिक्र किया गया है. आलोक मौर्य ने पत्नी ज्योति मौर्य के खिलाफ शासन से शिकायत की थी. जिसके बाद इस मामले की जांच प्रयागराज के कमिश्नर विजय विश्वास पंत को सौंपी गई थी. कमिश्नर विजय विश्वास पंत ने मामले की जांच के लिए तीन अधिकारियों की कमेटी गठित की थी. जिसके बाद जांच कमेटी ने आलोक मौर्य और ज्योति मौर्य को नोटिस जारी कर बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया था. इसी के तहत बुधवार को आलोक मौर्य जांच कमेटी के सामने पेश हुए और अपनी तरफ से ज्योति मौर्या के खिलाफ साक्ष्य प्रस्तुत किए.