प्रयागराज: माघ मेले के प्रथम स्नान पर्व मकर संक्रांति के मद्देनजर पुलिस महानिरीक्षक केपी सिंह की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन की बैठक सम्पन्न हुई. बैठक में विभागीय आपदा प्रबंधन योजनाओं की हुई बिंदुवार समीक्षा की गई, जिसमें मेले से संबंधित सभी विभागों के नोडल अधिकारियों की उपस्थिति में विभिन्न आपदा प्रबंधन योजनाओं की समीक्षा की गई. इस वर्ष मेले में भीड़ प्रबंधन के लिए ट्रैफिक प्लान में कुछ आवश्यक परिवर्तन किए गए हैं.
वाहनों के लिए पार्किंग व्यवस्था
मेला के पुलिस अधीक्षक राजीव नारायण मिश्रा ने बताया की "दिनांक 13 जनवरी की रात एक बजे से दिनांक 15 जनवरी की रात तक संगम क्षेत्र में प्रशासनिक चिकित्सीय वाहनों के अतिरिक्त सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंधित रहेगा. माघ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों के लिए पार्किंग व्यवस्था प्लॉट नंबर 17, पांटून पुल वर्कशॉप के पास, गल्ला मंडी, दारागंज, हेलीपैड पार्किंग और काली सड़क पर यातायात पुलिस लाइन के सामने की गई है. संगम आने वाले स्नानार्थियों एवं श्रद्धालुओं को जीटी जवाहर चैराहे से प्रवेश कर काली सड़क आकर काली रैंप से होते हुए संगम अपरमार्ग से संगम तक आना होगा.
बसों का संचालन
संगम क्षेत्र से वापसी के लिए अक्षय वट मार्ग और त्रिवेणी मार्ग चैराहे से होते हुए वापस परेड क्षेत्र में जाना होगा. यूपीएसआरटीसी के अधिकारियों ने बताया कि श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए विभाग द्वारा पिछले वर्ष की तुलना में 500 अधिक बसों की व्यवस्था की है. इस वर्ष लगभग 2800 बसों को मुख्य स्नान पर्वों पर और 1800 बसों को सामान्य दिनों पर चलाया जाएगा. इसके अलावा लगभग 500 बसों को रिजर्व में रखा जा रहा है.