प्रतापगढ़ःजिले में शनिवार रात पट्टी कोतवाली इलाके में सराफा व्यापारी अहमद (35) की गोली मारकर बदमाशों ने हत्या कर दी और करीब 10 लाख रुपए के जेवर व नकदी लूट ले गए. व्यापारी अहमद दुकान बंद कर अपने बड़े भाई मुस्तकीम (42) के साथ बाइक पर जा रहे थे. रास्ते में बाइक सवार तीन बदमाशों ने हमला कर दिया. लुटेरों ने मुस्तकीम को भी तमंचे की बट से पीटकर घायल कर दिया.
इस तरह हुई घटना
पट्टी कस्बे के रायपुर निवासी अहमद की चौक में सराफे की दुकान है. वह शनिवार की रात दुकान बंद कर अपने भाई मुस्तकीम के साथ बाइक से घर जा रहे थे. मुस्तकीम गहने और नकदी से भरा बैग लेकर पीछे बैठा था. घर से करीब 200 मीटर पहले चमन-चौक पुलिया के पास पीछे से आए एक बाइक पर सवार तीन नकाबपोश बदमाशों ने ओवरटेक कर उन्हें रोक लिया. बदमाश मुस्तकीम के पास मौजूद गहनों से भरा बैग छीनने लगे. विरोध करने पर उस पर तमंचे के बट से हमला बोल दिया. यह देख अहमद आगे बढ़ा तो बदमाशों ने उसकी कनपटी पर तमंचा सटाकर दो गोलियां मार दीं. उसके बाद बदमाश जेवरात भरा बैग लेकर फरार हो गए. घटना का स्थान बदमाशों ने चमन चौक चुना था, क्योंकि वहां शाम होते ही सन्नाटा पसर जाता है.
गोली की आवाज पर पहुंचे आसपास के लोग
घटना के दौरान चली गोली की आवाज सुनकर आसपास के लोग और राहगीर पहुंचे तबतक अहमद दम तोड़ चुका था. बदमाश भी मौके से फरार हो चुके थे. दोनों भाइयों को पट्टी सीएचसी ले जाया गया. जहां से दोनों को जिला अस्पताल भेज दिया गया. घायल मुस्तकीम के सिर में गंभीर चोटें आई हैं. उधर अहमद की मौत की जानकारी होने पर जिले भर के व्यापारियों में आक्रोश फैल गया है.
आज पट्टी में बंद का एलान, प्रदर्शन करेंगे व्यापारी
पट्टी कस्बे में सराफा व्यापारी की हत्या के बाद व्यापारियों में जबर्दस्त आक्रोश है. व्यापारियों ने रविवार को पट्टी कस्बे में बंद का एलान किया है. व्यापारी सभी दुकानें बंद कर चौक में प्रदर्शन करेंगे. व्यापार मंडल में इस दौरान आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है.
व्यापारियों में आक्रोश
जिले में लगातार सराफा व्यापारियों पर हो रहे हमले और लूट की वारदात से व्यापारियों में खौफ के साथ-साथ जबर्दस्त आक्रोश है. गौरतलब है कि दो दिन पहले भी एक व्यापारी से लूट की घटना हुई थी. बदमाशों के बढ़ते हौसले से लोगों में डर बढ़ता जा रहा है. पुलिस की सुरक्षा के दावे फेल होता देख व्यापारी डरे हुए हैं. लगातार दो बड़ी घटनाओं के बाद पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं.