पीलीभीत:केंद्र की नीतियों की मुखर होकर आलोचना कर रहे सांसद वरुण गांधी ने अब रेलवे में 10 हजार पदों को समाप्त करने के प्रयास पर सरकार पर निशाना साधा है. सांसद ने इस मुद्दे पर ट्वीट कर लिखा कि यह वित्तीय प्रबंधन है या फिर निजीकरण की तरफ बढ़ाया कदम है. सांसद ने ट्वीटर किया कि विगत 6 वर्षों में तृतीय व चतुर्थ श्रेणी में 72 हजार पदों को रेलवे समाप्त कर चुका है. अब रेलवे एनसीआर जोन के 10 हजार पदों को भी समाप्त करने जा रहा है. समाप्त होती हर नौकरी रेलवे की तैयारी कर रहे करोड़ों युवाओं की उम्मीदें तोड़ रही है. यह वित्तीय प्रबंधन है या फिर निजीकरण की तरफ बढ़ाया जा रहा कदम है?
सांसद ने बीते दिन भी ट्वीट कर देश में 60 लाख स्वीकृत पद खाली होने पर भी सवाल उठाया था. सांसद ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा था कि जब बेरोजगारी तीन दशकों के सर्वोच्च स्तर पर है, तब यह आंकड़े चौंकाने वाले हैं. भर्तियां नहीं आने से करोड़ा युवा हताश व निराश हैं. वहीं, सरकारी आंकड़ों की ही मानें तो देश में 60 लाख स्वीकृत पद खाली हैं. कहां गया वो बजट जो इन पदों के लिए आवंटित था. यह जानना हर नौजवान का हक है.