मुरादाबाद :कोरोना काल में एक तरफ जहां लोग रोजगार छिन जाने के बाद दूसरे लोगों या सरकार से मदद की आस लगाए बैठे हैं, वहीं मुरादाबाद में एक दिव्यांग व्यक्ति अपनी ट्राई साइकिल पर घूम-घूमकर मास्क बेचकर अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहा है. सुबह चाय पीकर घर से दो वक्त की रोटी की तलाश में निकल पड़ता है. सरकार की तरफ से एक सरकारी मकान व पेंशन मिलती है जो परिवार के गुजारे के लिए नाकाफी होती है. यह व्यक्ति दिव्यांग होने के बाद भी दूसरों पर आश्रित रहने वाले लोगों के लिए एक मिसाल कायम कर रहा है.
मुरादाबाद के कांशीराम नगर निवासी केश्वर सिंह दिव्यांग होने के बावजूद कड़ी मेहनत कर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे है. परिवार में सभी भाइयों में बड़े होने की वजह से भाइयों के अलावा पत्नी व बच्चों की जिम्मेदारी उठा रहे हैं. पूरा दिन अपनी ट्राई साइकिल पर मोहल्ले-मोहल्ले घूमकर मास्क बेचते हैं. केश्वर सिंह ने अपनी दिव्यांगता को कभी अपनी मजबूरी नहीं बनायी. तीन साल पूर्व कागज व कपड़े के थैले बनाकर परिवार का गुजर बसर कर रहे थे. लेकिन लॉक डाउन व मंदी की मार की वजह से वह काम बंद हो गया.
पिता ने रिक्शा चलाकर हाईस्कूल तक पढ़ाया था
केश्वर सिंह ने बताया कि वह पढ़ाई ज्यादा नहीं कर पाए. उनके पिता रिक्शा चलाते थे और परिवार परेशानियों से जूझ रहा था. घर पर रोजी-रोटी की परेशानी थी. वह तीन भाई हैं. सबसे बड़े वही हैं. पत्नी भी दिव्यांग है. उन्हें 2 बेटी व एक बेटा है. इस समय तो बच्चों की पढ़ाई भी बंद चल रही है. लॉकडाउन की वजह से ऑनलाइन क्लास चल रही है.
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