चंदौली : चुनाव आयोग ने प्रत्याशियों को नामांकन से मतदान के बीच अपने आपराधिक मामलों की जानकारी मतदाताओं को देने के निर्देश दिए हैं. इसके पीछे चुनाव आयोग की मंशा है कि जनता अपने प्रत्याशी की हकीकत से वाकिफ हो सके.
चंदौली : अब दागी नेताओं को बताना होगा अपना आपराधिक इतिहास
चुनाव आयोग ने प्रत्याशियों पर सख्ती दिखाते हुए नामांकन से मतदान के बीच अपने आपराधिक मामलों की जानकारी मतदाताओं को देने के निर्देश दिए हैं.
प्रत्याशियों पर चुनाव आयोग की सख्ती
प्रत्याशियों पर चुनाव आयोग की सख्ती
- चुनाव आयोग ने प्रत्याशियों को अपने आपराधिक मामलों की जानकारी मतदाताओं को देने के निर्देश दिए हैं.
- प्रत्याशी अपने आपराधिक इतिहास की जानकारी टीवी और समाचार पत्रों के माध्यम से जनता को दे.
- आयोग का कहना है कि अक्सर राजनीतिक पार्टियां दागी नेताओं को टिकट देती हैं.
- जनता पार्टी के नाम पर दागी नेता को वोट भी दे देते हैं.
- लेकिन बात सामने आने पर जानकारी न होने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं.
- ऐसे में आयोग चाहता है कि जनता प्रत्याशी के बार में जानने के बाद उसे वोट दे.
जिला निर्वाचन अधिकारी नवनीत सिंह चहल ने बताया कि नामांकन के दौरान सभी प्रत्याशी उन पर पूर्व और वर्तमान में चल रहे आपराधिक मुकदमों की जानकारी देंगे.
नवनीत सिंह चहल, जिला निर्वाचन अधिकारी