मुरादाबाद: जिले में संक्रमण रोकने के लिए हर रोज नई गाइडलाइन जारी की जा रही हैं. ऐसे में रेलवे ने भी अपने कर्मियों को संक्रमण से बचाने के लिए कई कदम उठाए हैं. उत्तर रेलवे के मुरादाबाद मंडल में अधिकारियों द्वारा पेपरलेस व्यवस्था के जरिये कर्मियों को संक्रमण से बचाने की पहल की है.
मुरादाबाद मंडल में अब यात्रियों के रिजर्वेशन चार्ट को छापने का काम बंद कर दिया गया है और यात्रियों का डाटा ऑनलाइन सेव किया जा रहा है. इसके साथ ही यात्रियों को टिकट क्यूआर कोड से यात्रा करने की भी सुविधा दी जा रही है. डीआरएम के मुताबिक इस व्यवस्था से सालाना चालीस लाख रुपये की बचत होने की संभावना है.
उत्तर रेलवे के मुरादाबाद मंडल में अब रिजर्वेशन चार्टों की छपाई का काम बंद कर दिया गया है. यात्रियों के रिकॉर्ड के लिए इन चार्टों को छह महीने तक अलग-अलग स्टेशनों पर संभाल कर रखा जाता था. रिजर्वेशन चार्ट के जरिये जहां रेलवे स्टाफ एक-दूसरे के सम्पर्क में आता था. वहीं इससे कोरोना वायरस के फैलने का खतरा भी बना हुआ था.
उत्तर रेलवे में मुरादाबाद मंडल से पेपर लेस चार्ट व्यवस्था की शुरुआत की गई है. यात्रियों का डाटा अब ऑनलाइन रखा जाएगा. डीआरएम तरुण प्रकाश के मुताबिक पेपर लेस व्यवस्था के शुरू होने से रिजर्वेशन चार्ट की छपाई में खर्च होने वाला सालाना चालीस लाख रुपये अब अन्य कार्यों में इस्तेमाल किये जायेंगे.
रेलवे द्वारा यात्रियों की सुविधा के लिए अब क्यूआर कोड जनरेट कर यात्रा की सुविधा भी दी गयी है. यात्री क्यूआर कोड के साथ यात्रा कर सकते हैं. इस दौरान उन्हें टीटीई को टिकट दिखाने की आवश्यकता नहीं होगी. क्यूआर कोड में यात्री की पूरी जानकारी होंगी, जिसे सफर के दौरान टीटीई स्कैन कर चेक कर सकते हैं. इस व्यवस्था से यात्री और टीटीई के बीच सामाजिक दूरी भी बनी रहेगी.