मिर्जापुर: नगर पालिका परिषद में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन में हो रही वसूली को लेकर नगर विधायक रत्नाकर मिश्रा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है. विधायक ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जांच करवाने की मांग की है. विधायक ने कहा कि प्रकरण की शासन स्तर से जांच हो और बिना टेंडर कराए जा रहे कार्य को तत्काल रोका जाए. वहीं नगर पालिका ईओ इस मामले में गोलमोल जबाब दे रहे हैं.
शासन करें जांच
मिर्जापुर नगर पालिका परिषद में में डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने के बदले 50 रुपये, 100 रुपये तक की वसूली को लेकर इन दिनों घमासान मचा हुआ है. शहर के लोगों ने घर-घर कूड़ा उठाने के बदले की जा रही वसूली की शिकायत नगर विधायक रत्नाकर मिश्रा से की तो, नगर विधायक ने लोगों की शिकायतों को गंभीरता से लिया. विधायक ने प्रकरण की जांच और आरोपितों पर कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर भेज दिया. विधायक ने पत्र में लिखा कि इस मामले की शासन स्तर से जांच हो. बिना टेंडर कराए जा रहे कार्य पर तत्काल रोक लगाया जाए.
कूड़ा उठाने में हो रहा घोटाला सभी वार्डों में उठाया जा रहा है डोर टू डोर कूड़ाअधिशासी अधिकारी ओमप्रकाश ने बताया कि दो अक्तूबर से कूड़ा घर-घर जाकर उठाया जा रहा है. तीन जोन में नगर को विभाजित किया गया है. नवम्बर में 18 वार्डों जबकि मौजूदा समय में नगर के 35 वार्डों में कूड़ा कलेक्शन किया जा रहा है. एजेंसी के माध्यम से ही नगर के 35 वार्डों में कूड़ा उठवाया जा रहा है. बोर्ड की बैठक में प्रति घर कचरा उठाने का रेट भी तय किया गया है. कूड़ा संग्रह से मिलने वाले पैसे प्रकृति संस्था एजेंसी के पास है. पिछले महीने दो लाख तक की वसूली की बात बताई गई है.
नगर पालिका ईओ का गोलमोल जबाब
नगर पालिका ईओ ने बताया कि 17 जून को सचिव आए थे. उन्होंने प्रकृति संस्था को एग्रीमेंट करने को कहा था. मगर प्रकृति संस्था शर्ते नहीं मानी तो, उसको हटा दिया गया. इसके बाद सचिव ने कहा कि एनजीटी के नियम के तहत डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन करना आवश्यक है. जिसके बाद शासन से पत्र आया जिसमे प्रकृति संस्था को नॉमिनेट किया गया. जो डोर टू डोर कूड़ा उठाएगी.
संस्था ने नहीं दिया शासनादेश
संस्था से कहा गया कि आप शासनादेश शासन से लेकर आइए. जिसके बाद आपको राइट दिया जाए और आप शहर में एनजीटी के रूल के अनुसार काम कर सके. लेकिन अभी तक संस्था द्वारा शासनादेश नहीं लाया गया.
वसूली के विरोध में कलेक्ट्रेट पर किया गया प्रदर्शन
मीर्जापुर सेवा समिति के संयोजक दिलीप सिंह गहरवार के नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर एडीएम को पत्र सौंपा. लोगों ने आरोप लगाया कि नगर पालिका परिषद मिर्जापुर और प्रकृति पर्यावरण संरक्षण संस्थान सांठ-गांठ करके डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन योजना में नियमों के विरूद्ध वसूली कर रही है. लोगों ने यह भी कहा कि योजना की आड़ में घोटाला करके डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन योजना में बिना वर्क आर्डर एवं स्वीकृति लेटर के जनपद के हजारों घरों से अवैध वसूली की जा रही है. इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए.
कमिश्नर और डीएम ने लगाई फटकार
डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के मामले में कमिश्नर प्रीति शुक्ला ने भी जांच के आदेश दिए हैं. विधायक के द्वारा मुख्यमंत्री को पत्र लिखे जाने के बाद कमिश्नर ने मामले की जांच कर रिपोर्ट डीएम को देने की बात कही है. वहीं डीएम ने ईओ को निर्देश दिया कि जब तक शासन से निर्देश न प्राप्त हो डोर टू डोर कलेक्शन न कराया जाए. शिकायत मिलने पर एफआईआर दर्ज करते हुए कार्रवाई की जाएगी.