मेरठ : जिले के थाना मवाना इलाके के एक डॉक्टर के नाम पर फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर पैसे मांगने का मामला सामने आया है. फेसबुक यूजर्स ने बीमारी का बहाना बनाकर डॉक्टर के दोस्त से पैसों की मांग की. फेसबुक के माध्यम से पैसे मांगने के बाद दोस्त ने डॉक्टर को फोन करके बताया तो उनके होश उड़ गए. आनन-फानन में डॉक्टर ने साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
डॉक्टर के नाम पर बनाई फर्जी फेसबुक आईडी, दोस्तों से मांगे पैसे
मेरठ जिले में एक डॉक्टर साइबर ठगी का शिकार हो गए. डॉक्टर के नाम पर फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर साइबर ठगों ने उनके दोस्तों से पैसे मांगे. पुलिस ने जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार करने का दावा किया है.
बीमारी के नाम पर मांगे पैसे
मवाना खुर्द निवासी डॉक्टर अनिल मवाना क्लीनिक चलाते हैं. जानकारी के मुताबिक साइबर ठगों ने डॉ. अनिल के फेसबुक अकाउंट से उनकी तस्वीर निकाल ली. इसके बाद न सिर्फ फर्जी फेसबुक आईडी बनाई बल्कि उनके नजदीकी दोस्तों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर फ्रेंडलिस्ट में भी शामिल कर लिया. ठगों ने फेसबुक के जरिए जहां उनके दोस्तों से बातचीत करनी शुरू कर दी, वहीं कई दोस्तों से पैसों की भी मांग की. डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि साइबर ठग परिजनों की बीमारी बहाना बनाकर उनके दोस्तों से पैसे मांग रहे हैं. डॉ. अनिल की आईडी से दोस्तों के पास पैसे मांगने का मैसेज पहुंचा तो सब हैरान रह गए. एक दोस्त ने उनका हालचाल जाना और मैसेज के जरिए पैसे मांगने की जानकारी दी.
डॉक्टर ने दोस्तों को किया सावधान
दोस्त के बताने के बाद डॉ. अनिल को पैसे मांगने के बारे में पता चला तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. डॉक्टर को समझते देर नहीं लगी कि उनके नाम पर फर्जी फेसबुक आईडी बनाई गई है. दोस्तों और परिजनों को गुमराह करने के लिए बाकायदा डॉ. अनिल की फ़ोटो प्रोफाइल पर लगाई गई. आनन-फानन में डॉक्टर अनिल ने सबसे पहले अपनी फेसबुक पर नई पोस्ट डालकर दोस्तों को आगाह किया. इसके बाद एसपी क्राइम से मिलकर ठगों के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की.
जानिए कैसे होती है ठगी
बता दें कि साइबर ठग सबसे पहले हाई प्रोफाइल व्यक्ति की फेसबुक आईडी से उसकी फ़ोटो उठा लेते हैं. इसके बाद उनके नाम पर फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर उसके मित्रों को रिक्वेस्ट भेज कर अपने साथ जोड़ लेते हैं. धीरे-धीरे उन्हें मैसेज भेज कर यह भरोसा दिलाने की कोशिश करते हैं कि खुद उनका दोस्त ही उनके साथ चैटिंग कर रहा है. इसी तरह कुछ दिन बाद बीमारी या फिर कोई और बहाना बनाकर 15 से 20 हजार रुपयों की मांग करते हैं. खास बात यह है कि साइबर ठग पेटीएम, गूगल-पे आदि के माध्यम से पैसे भेजने के लिए कहते हैं. बीमारी का नाम सुनकर कई बार लोग उनके झांसे में आकर पैसे भेज देते हैं.
पुलिस ने जल्द गिरफ्तारी का किया दावा
एसपी क्राइम राम अर्ज का कहना है कि इन दिनों साइबर क्राइम बढ़ता जा रहा है. इसके लिए हर जिले में साइबर सेल बनाया गया है. डॉक्टर की फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर पैसे मांगने का मामला संज्ञान में आया है. डॉ. की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच साइबर सेल को सौंप दी गई है. जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा.