मऊ:कोविड-19 और लॉकडाउन को लेकर डीएम ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी कामगारों सहित छात्र व अन्य लोग अब अपने-अपने राज्य लौटने लगे हैं. इन लोगों को सुरक्षित उनके जनपदों तक घर पहुंचाने में केंद्र और राज्य सरकारों ने तमाम व्यवस्थाएं की हैं. यात्रियों के लिए स्पेशल ट्रेन सहित सरकारी बसों की सुविधा शामिल है.
घर वापसी पर बनें जिम्मेदार, कोरोना को हराने का यही है कारगर हथियार
कोरोना वायरस को लेकर मऊ डीएम ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि यूनिसेफ, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा गाइडलाइन जारी की गई है. जिनका पालन कर इस महामारी से बचा जा सकता है.
डीएम ने बताया कि भारी संख्या में लोगों के घर वापसी के दौरान इस महामारी के फैलने की भी आशंका है. संक्रमण प्रसार को रोकने की बड़ी चुनौती इस वक्त सरकार के सामने खड़ी है. उन्होंने बताया कि इसी के मद्देनजर यूनिसेफ, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा गाइडलाइन जारी की गई है. जिसमें, प्रवासी कामगारों के घर वापसी से जुडे प्रोटोकॉल, उनके होम क्वारंटाइन के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां एवं कोरोना से बचाव को लेकर सावधानी की जानकारी दी गई हैं. सभी लोग इसका पालन कर इस महामारी से बच सकते हैं.
वहीं, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सतीशचंद्र सिंह ने बताया कि प्रवासी कामगारों के घर वापसी पर कुछ प्रोटोकॉल बनाए गए हैं, जिसमें बाहर से घर लौटने पर सभी प्रवासियों का जिला प्रशासन द्वारा पंजीकरण व स्क्रीनिंग की जानी है. जिनमें कोविड-19 के लक्षण मिलेंगे उन्हें प्रोटोकॉल के अनुपालन करने होंगे. साथ ही जिनमें कोरोना के लक्षण नहीं भी मिलते हैं, उन्हें कुछ सावधानियों का अनुपालन करना अनिवार्य होगा.
1. कोविड-19 के लक्षण पाए जाने पर-
सरकार द्वारा ऐसे प्रवासियों को सरकार द्वारा प्रबंधित क्वारंटाइन फैसिलिटी में रखा जाएगा.
प्रबंधित क्वारंटाइन फैसिलिटी में कोविड-19 की जांच होगी.
जांच में संक्रमण पाए जाने पर अस्पताल में भर्ती किया जाएगा.
जांच में संक्रमण नहीं पाए जाने पर 7 दिन क्वारंटाइन में रख दोबारा जांच की जाएगी.
7 दिन के बाद भी संक्रमण न होने पर घर भेज दिया जाएगा जहाँ खुद को 14 दिन होम क्वारंटाइन में रहना होगा.
2. कोविड-19 के लक्षण नहीं होने पर-
ऐसे में प्रवासी को घर भेज दिया जाएगा.
घर में खुद को 21 दिन होम क्वारंटाइन में रहना होगा.
होम क्वारंटाइन के दौरान यदि खांसी, बुखार या सांस लेने में कोई कठिनाई जैसे लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत हेल्पलाइन नंबर (1800-180-5145) पर संपर्क करने की सलाह दी गई है.
3. होम क्वारंटाइन में प्रवासी बरतें सावधानियां-
• घर पहुंचते ही 21 दिन होम क्वारंटाइन में रहें, इस दौरान अलग कमरे में ही रहें.
• क्वारंटाइन में रहते हुए अनिवार्य रूप से मास्क, गमछा या दुपट्टे से मुंह एवं नाक को ढक कर रखें.
• मास्क, गमछा, दुपट्टे को साबुन एवं गर्म पानी से धोकर धूप में सुखाएं.
• सिर्फ एक बार के उपयोग के लिए बने मास्क का दोबारा इस्तेमाल न करें.
• हाथों को साफ़ पानी एवं साबुन से बार-बार धोते रहें.
• किसी से भी हाथ मिलाने से परहेज करें.
• घर का सामान जैसे बर्तन, पानी का ग्लास, बिस्तर, तौलिया या अन्य उपयोग की जाने वाली चीजों को घर के दूसरे सदस्य के साथ साझा न करें.
• संक्रमित व्यक्ति के लिए अलग से थाली रखें एवं इसे अलग से गर्म पानी से अच्छी तरह धोएं.
• अपने मोबाइल फोन में आरोग्य सेतु एप्प का उपयोग करें.
• किसी भी अन्य व्यक्ति का प्रवेश अपने घर में नहीं होने दें.
• आपको या आपके परिवार के किसी भी सदस्य में यदि कोविड-19 के लक्षण दिखाई देते हैं तो इसकी सूचना आशा को तत्काल दें.
• आपके घर से केवल एक व्यक्ति ही जरुरी सामानों की खरीदारी के लिए घर से बाहर जाए.
• घर से निकलते समय मास्क, गमछा, दुपट्टा का प्रयोग करें एवं वापस लौटने पर हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोएं.