मथुरा:छाता थाना क्षेत्र में श्रम विभाग के कर्मचारी बनकर श्रमिकों से पंजीयन के नाम पर अवैध वसूली कर रहे चार युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल, चार युवकों ने गुहारी गांव में पंजीयन के लिए कैंप लगाया था. इसमें प्रत्येक श्रमिक से पंजीयन के नाम पर 240 रुपये वसूले जा रहे थे, जबकि अब पंजीयन नि:शुल्क किया जा रहा है. जैसे ही श्रम विभाग को इसकी सूचना मिली तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी. इसके बाद पुलिस ने चारों युवकों को गिरफ्तार कर लिया.
श्रम आयुक्त प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि एसडीएम छाता से सूचना मिली थी कि गांव गुहारी में श्रमिक पंजीयन का एक कैंप लगाया जा रहा है. इसमें कुछ लोग आकर श्रमिकों का पंजीयन कर रहे हैं. सरकार का लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा श्रमिकों का पंजीयन कराकर सरकार की योजनाओं से लाभान्वित कराएं. वर्तमान में बीओसी बोर्ड की जो योजनाएं चलती हैं, इसके तहत श्रम विभाग से पंजीयन कराया जाता है. पहले इसके लिए 40 रुपये शुल्क लिया जाता था, वह भी माफ कर दिया गया है.
श्रम आयुक्त ने बताया कि मौके पर जब पहुंचे तो मुझे पता चला कि इन युवकों ने जो फॉर्म भरवाया है, उस पर 240 रुपये अंकित हैं. यानी यह युवक प्रति श्रमिक पंजीयन के नाम पर 240 रुपये ले रहे हैं, जबकि यह नि:शुल्क होता है. अगर जनसेवा केंद्र में पंजीयन करते हैं, तो उन्हें 10 से 15 रुपये प्रति पंजीयन बीओसी बोर्ड के द्वारा उनके खाते में ट्रांसफर किया जाता है.
श्रम आयुक्त ने बताया कि गुहारी गांव से चार फर्जी श्रम विभाग के कर्मचारियों को पंजीयन के फॉर्म, लैपटॉप इत्यादि वस्तुओं के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है. प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि चारों फर्जी कर्मचारियों के विरूद्ध मामला दर्ज कर लिया गया है.