मथुरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 नवंबर को कृष्ण की नगरी में पधार रहे हैं. श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष समिति अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने अपने खून से पत्र लिखकर प्रधानमंत्री मोदी से श्रीकृष्ण जन्म भूमि मंदिर परिसर से मस्जिद हटवाने की मांग की है. पत्र में कहा कल जब आप श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर के दर्शन करने जाएं, तो असली मूल विग्रह जो की शाही ईदगाह मस्जिद के नीचे दबा हुआ है, उस स्थान के दर्शन भी अवश्य करें.
खून से लिखा पत्र पीएम से की मांग:श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष समिति अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने बुधवार को अपने खून से पत्र लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है. गुरुवार को आप श्रीकृष्ण जन्म स्थान दर्शन करने जाएंगे, तो असली मूल विग्रह जोकि वर्तमान में शाही ईदगाह मस्जिद के नीचे दबा हुआ है. उस स्थान के दर्शन भी अवश्य करें. क्योंकि वहां हिंदुओं की आस्था बसी हुई है. कुछ लोग प्राचीन साक्ष्य को मिटाने का प्रयास कर रहे हैं. हम सभी बृजवासी मांग करते हैं कि आपके युग में असंभव को भी संभव हो सकता है. जिस तरह अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनकर तैयार हो रहा है. इस तरह मथुरा श्रीकृष्ण जन्म स्थान पर लगा हुआ कलंक शाही ईदगाह मस्जिद परिसर को सील करने की मांग की है.
मुख्य पक्षकार:श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष समिति ने श्रीकृष्ण जन्म भूमि मंदिर परिषद से शाही ईदगाह मस्जिद और मीना मस्जिद हटवाने को लेकर जिला न्यायालय और इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर रखी है. जो कि फिलहाल विचार अधीन है. श्रीकृष्ण जन्मभूमि प्रकरण को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक दर्जन से अधिक याचिकाए विचाराधी हैं. सभी याचिकाओं में मंदिर परिसर से अवैध शाही ईद गाह मस्जिद की पुरातत्व विभाग द्वारा सर्वे करने की मांग की गई है.
मुगल शासक ने मंदिरों को तोड़कर मस्जिदों का निर्माण:मुगल शासक औरंगजेब ने उत्तर भारत के प्रमुख मंदिर अयोध्या, बनारस और मथुरा के मंदिरों को तोड़कर मस्जिदों का निर्माण किया गया था. इन्हीं मस्जिदों में हिंदू संस्कृति के धार्मिक अवशेष शंख, गधा, चक्र, त्रिशूल अंकित है. मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर में बनी अवैध शाही ईद गाह मस्जिद में अवशेष लगे हुए हैं. उनको हटाने का प्रयास कुछ अराजक तत्व द्वारा किया जा रहा है. उन्हें रोकने की भी मांग की गई है.