महोबा: जिले में वायरल हो रहे ऑडियो से शिक्षा विभाग मे हड़कम्प मचा हुआ है. सीमावर्ती जिले हमीरपुर से महोबा ट्रांसफर होकर आए शिक्षक को विद्यालय के प्रधानाचार्य ने एक माह बाद भी कार्यभार ग्रहण नहीं कराया. प्रधानाचार्य की यह मनमानी उन्हें भारी पड़ गई. जिला विद्यालय निरीक्षक ने प्रधानाचार्य को आदेश न मानने के कारण तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. निलंबन के बाद प्रधानाचार्य ने डीआईओएस पर अपशब्द कहने का आरोप लगाया है. प्रधानाचार्य ने कोतवाली में पहुंच कर जिला विद्यालय निरीक्षक के खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया है. जिला विद्यालय निरीक्षक ने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है.
निलंबित प्रधानाचार्य ने डीआईओएस पर लगाया अपशब्द कहने का आरोप
उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में आनन्द उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के निलंबित प्रधानाचार्य ने डीआईओएस के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. निलंबित प्रधानाचार्य ने डीआईओएस पर अपशब्द कहने का आरोप लगाते हुए पुलिस में केस दर्ज कराया है. डीआईओएस ने अपने ऊपर लगे आरोपों का झूठा बताया है.
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ये है पूरा मामला
बीते माह सीमावर्ती जिले हमीरपुर से नीरज कुमार त्रिपाठी स्थानांतरित होकर महोबा जनपद के विलवई गांव स्थित आनन्द उच्चतर माध्यमिक विद्यालय आए थे. उन्हें शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों के निर्देश के बाद भी एक माह में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य ब्रजभूषण वर्मा ने कार्यभार ग्रहण नहीं कराया था. मामले में जिला विद्यालय निरीक्षक सुरेश प्रताप सिंह ने शिक्षक को कार्यभार ग्रहण न कराने के आरोप में 3 अप्रैल को विद्यालय के प्रधानाचार्य ब्रजभूषण वर्मा के निलंबन का आदेश जारी कर दिया. निलंबन के बाद प्रधानाचार्य ने शहर कोतवाली पहुंच कर जिला विद्यालय निरीक्षक सुरेश प्रताप सिंह पर गाली गलौज और जातिसूचक शब्द प्रयोग करने के आरोप लगाए. पुलिस मामले की जांच कर रही है.