महराजगंज:हिन्दुस्तान के दो मछुवारों को पाकिस्तान ने बंदी बना लिया है. गलती से अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार करने के बाद पाकिस्तान कोस्ट गार्ड ने इन्हें हिरासत में ले लिया. उत्तर प्रदेश के महाराजगंज के रहने वाले इन दोनों मछुआरों के परिजनों को जबसे इसकी जानकारी मिली है तब से उनका रो रो कर बुरा हाल है, परिजनों ने राष्ट्रपति प्रधानमंत्री से लेकर यूपी के मुख्यमंत्री तक से गुहार लगाई है कि दोनों लड़कों को वापस लाने के लिए पाकिस्तान सरकार से बात करे.
दरअसल 8 फरवरी, 2022 को समुद्री सीमा उल्लंघन के आरोप में बबलू और उमेश को पाकिस्तानी सेना ने बंदी बना लिया.यूपी के महाराजगंज जिले के बृजमनगंज थाना क्षेत्र के बरगाहपुर टोला निवासी बबलू साहनी (पुत्र मोलहू) और उमेश चंद्र साहनी (पुत्र ओमप्रकाश) दो साल पहले रोजी-रोटी की तलाश में गुजरात के द्वारका गए थे. यहां उन्हें समंदर में मछली पकड़ने का काम मिला था. बबलू साहनी और उनका भतीजा उमेश चंद्र समुद्र में मछली पकड़ते समय गलती से पाकिस्तानी सीमा में प्रवेश कर गए. जहां पाकिस्तानी सेना ने उन्हें बंदी बना लिया. जानकारी मिलने के बाद से ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. परिवार की माली हालत ठीक नहीं है, उमेश और बबलू के पैसा भेजने से ही घर का खर्च चलता है. परिवार फिलहाल भुखमरी के कगार पर है.
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बबलू साहनी की मां कमलावती ने बताया कि 8 फरवरी 2022 को समुद्री सीमा उल्लंघन के आरोप में बबलू साहनी को पाकिस्तानी सेना ने अपने कब्जे में ले लिया है. एक हफ्ता पहले उन्हें इसकी जानकारी मिली है. बबलू से संपर्क न होने से काफी दिक्कतें बढ़ गई हैं. बबलू इससे पहले 2005 में भी पकड़ा जा चुका है, भारत सरकार के काफी प्रयास के बाद 19 माह बाद 2007 में रिहा होकर वापस आ गया था.
उमेशचंद की पत्नी मंजू देवी ने बताया कि एक वर्ष पहले 20 मार्च ,2021 को गलती से उमेश चंद्र भी पाकिस्तान की समुद्री सीमा में प्रवेश कर गया था, जिन्हें पाकिस्तानी सेना ने पकड़ लिया था. अब एक बार फिर पाकिस्तानी सीमा में जाने से तक कोई सुराग नहीं लग सका है. इसकी सूचना उनके साथ काम करने वाले लोगों ने उसी समय दी, हम सोच रहे थे कि वह वापस लौट आएंगे, लेकिन वह आज तक नहीं आए.
मंजू देवी ने आगे बताया कि उसके दो छोटे-छोटे बच्चे हैं. पाकिस्तान में बंदी बनाए जाने से परिवार भुखमरी के कगार पर आ गया है. परिजनों ने भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, महराजगंज के जिलाधिकारी समेत अन्य संबंधित अधिकारियों को प्रार्थना-पत्र भेजकर सकुशल रिहाई कराने की मांग की है.
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