लखनऊ: यूपी प्रदेश अध्यक्ष पद की कुर्सी संभालने के तकरीबन एक साल बाद स्वतंत्र देव सिंह ने आखिर प्रदेश भाजपा की 41 सदस्यीय कार्यकारिणी घोषित कर दी है. इसमें 16 उपाध्यक्ष, 7 महामंत्री, 16 मंत्री, 1 कोषाध्यक्ष और 1 सहकोषाध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं. वहीं प्रदेश कार्यकारिणी में जातीय संतुलन साधने का प्रयास किया गया है.
इस कार्यकारिणी में बुंदेलखंड की उपेक्षा की गई है. हालांकि प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह खुद बुंदेलखंड के जालौन के रहने वाले हैं. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह को उपाध्यक्ष बना दिया गया है. तकनीकी रूप से यह बड़ा पद है, लेकिन भाजपा की कार्यशैली के आधार पर देखें तो काम कम किया गया है. संगठन में कई नये चेहरे शामिल किये गये हैं. कुछ पुराने लोगों को स्थान नहीं मिला है. युवा चेहरे सुब्रत पाठक को प्रदेश महामंत्री बनाया गया है. भाजपा ने अभी अपनी प्रदेश मीडिया टीम और मोर्चे और प्रकोष्ठ घोषित नही किये हैं.
प्रदेश कार्यकारिणी में जातीय और क्षेत्रीय संतुलन साधने का प्रयास किया गया है, मगर बुंदेलखंड की उपेक्षा की गई है, जबकि पूर्वांचल को अच्छी भागीदारी दी गई है. हालांकि प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह खुद बुंदेलखंड के जालौन के रहने वाले हैं.
पंकज सिंह का बढ़ा कद
वहीं रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह को प्रदेश महामंत्री से हटाकर उपाध्यक्ष बना दिया गया है. तकनीकी रूप से यह बड़ा पद है, लेकिन बीजेपी की कार्यशैली के आधार पर देखें तो महामंत्री पद ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है. यह होने से उनका कद कम करने की बात हो रही है. संगठन में कई नये चेहरे शामिल किये गये हैं और कुछ पुराने लोगों को स्थान नहीं मिला है. महिलाओं को अच्छी भागीदारी भी दी गई है. वहीं जातीय संतुलन में पिछड़ों को ज्यादा भागीदारी दी गई है.