लखनऊ: कार्तिक पूर्णिमा कार्तिक मास का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है. कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी पूजा का विशेष महत्व है. दरअसल कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन तुलसी का भगवान विष्णु के शालिग्राम रूप के साथ विवाह हुआ था.
लखनऊ के इस्कॉन मंदिर में तुलसी विवाह का आयोजन
राजधानी लखनऊ के इस्कॉन मंदिर में तुलसी शालिग्राम विवाह का आयोजन किया गया. मंदिर में आए भक्तों ने तुलसी शालिग्राम को 56 प्रकार का भोग लगाया.
इस्कॉन मंदिर में तुलसी विवाह का आयोजन
लखनऊ के इस्कॉन मंदिर में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी कार्तिक पूर्णिमा और श्री तुलसी शालीग्राम विवाहोत्सव का भव्य आयोजन हुआ. कार्यक्रम का शुभारंभ इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष अपरिमेय श्यामदास के द्वारा श्री शालिग्राम व तुलसी विवाह एवं पूजन अर्चना करके किया गया, जिसके बाद आए हुए सभी भक्तों ने तुलसी शालिग्राम जी को 56 प्रकार का भोग लगाया.
तुलसी विवाह कथा में मंदिर के अध्यक्ष श्रीमान अपरिमेय श्यामदास ने बताया कि हम सभी को तुलसी देवी की नित्य सेवा पूजा करनी चाहिए. उन्हें दीपदान करना चाहिए, उनकी प्रदक्षिणा करनी चाहिए. तुलसी देवी की परिक्रमा करने से मनुष्य के द्वारा पूर्व में किए गए पाप और दुष्कर्मों से मुक्ति मिल जाती है.