लखनऊ: प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की शुक्रवार गला रेतकर हत्या कर दी गई. कमलेश तिवारी की इलाज के दौरान ट्रामा सेंटर में मौत हो गई, उनके सीने पर तीन गहरे निशान भी पाए गए.
कमलेश तिवारी की हत्या 'एक सोची समझी साजिश'
दरअसल शुक्रवार नाका कोतवाली क्षेत्र के खुर्शीद बाग स्थित कमलेश तिवारी के कार्यालय पर दो लोग उनसे मिलने आए. दोनों बदमाश मिठाई के डिब्बे में पिस्टल और चाकू लेकर आए थे. यहां आरोपियों ने कमलेश तिवारी की गला रेतकर हत्या कर दी. सूत्रों के अनुसार यह हत्या सोची समझी साजिश बताई जा रही है.
हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर सड़कों पर उतरे समर्थक. आपको बता दें कि बिजनौर में कमलेश तिवारी ने साल 2015 में पैगम्बर मुहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी. इसके चलते बिजनौर के मौलाना अनवारुल हक ने कमलेश तिवारी का सिर कलम करने पर 51 लाख रुपये का इनाम रखा था. वहीं अब दिन-दहाड़े कमलेश तिवारी की हत्या के बाद अनवारुल हक जांच के दायरे में हैं.
सड़कों पर उतरे समर्थक
हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या के बाद उनके समर्थकों ने रोड जाम कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है. आक्रोशित समर्थकों ने परिवहन की बसों में तोड़फोड़ भी की. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि जब तक हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होती, हम यहां से उठने वाले नहीं है. वहीं योगी सरकार के नेतृत्व में हिंदूवादी नेता की हत्या होने से पुलिस प्रशासन की कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लगता दिख रहा है.
SSP की देख-रेख में हो रहा है पोस्टमार्टम
आपको बताते चलें कि लखनऊ एसएसपी कलानिधि नैथानी के देखरेख में कमलेश तिवारी के शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है. जहां पोस्टमार्टम हाउस के बाहर समर्थकों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है.
24 घंटे के अंदर हत्यारों की हो गिरफ्तारी
मृतक के समर्थकों ने रोड जाम करते हुए पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. समर्थकों ने बसों में तोड़फोड़ कर 24 घंटे के अंदर हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की. इसके साथ ही समर्थक मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बुलाने की मांग भी कर रहे हैं.