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पूर्व मंत्री का आरोप, 'बीजेपी विधायक पहले भी दे चुका था पीड़िता को जान से मारने की धमकी'

सपा सरकार में मंत्री रहे रविदास मेहरोत्रा ने उन्नाव गैंगरेप कांड के आरोपी बीजेपी विधायक पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि सेंगर पहले भी पीड़िता को जान से मारने की धमकी दे चुका है. पूरे मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए.

पूर्व मंत्री ने की सीबीआई जांच की मांग.

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Published : Jul 29, 2019, 7:38 PM IST

लखनऊ:समाजवादी पार्टी सरकार के दौरान स्वास्थ्य मंत्री रहे रविदास मेहरोत्रा भी केजीएमयू में उन्नाव रेप कांड की पीड़िता व उसके वकील को देखने पहुंचे. इस दौरान मीडिया से बातचीत में रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि घटना को अंजाम देने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए. मीडिया से बातचीत करते हुए पूर्व मंत्री ने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सरकार गुंडों के हाथों में चली गई है.

पूर्व मंत्री ने कहा कि कुलदीप सिंह सेंगर भाजपा के विधायक हैं. पहले तो उन्होंने पीड़िता के साथ रेप किया उसके बाद पिता की हत्या कर दी. पहले भी कुलदीप सिंह सेंगर की ओर से पीड़िता को जान से मारने की धमकी दी गई और उन्हीं धमकियों का ही नतीजा है कि इस तरीके से घटना को अंजाम दिया गया है. पूरी घटना की सीबीआई जांच होनी चाहिए, जिससे कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सके.

पूर्व मंत्री ने की सीबीआई जांच की मांग.

क्या हुआ था रायबरेली में रविवार को
जिस समय यह हादसा हुआ पीड़ित अपने वकील मां, चाची व ड्राइवर के साथ अपने चाचा से मिलने जेल जा रही थी. रायबरेली में दूसरी ओर से आ रहे ट्रक ने कार को टक्कर मार दी, जिसमें चाची व ड्राइवर की मौत हो गई. वहीं, आनन-फानन में ड्राइवर व पीड़िता को गंभीर अवस्था में लखनऊ के केजीएमयू में भर्ती कराया गया. विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से जुड़ा हुआ उन्नाव रेप कांड मामला उत्तर प्रदेश के विख्यात मामलों में से एक है. शुरुआत से ही इस प्रकरण में कई उतार-चढ़ाव आए हैं.

2017 में ये मामला चर्चा में आया, नौकरी मांगने विधायक के घर गई थी पीड़िता
यह मामला तब चर्चा में आया था जब 16 साल की एक पीड़ित लड़की पिछले वर्ष मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के सामने फरियाद लेकर पहुंची थी. पीड़िता ने आरोप लगाया था कि 2017 में नौकरी मांगने जब विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के घर गई तो उसके साथ दुष्कर्म किया गया.

1 साल बाद पीड़िता ने सीएम आवास के बाहर जान देने की कोशिश की थी
घटना के 1 वर्ष बाद अप्रैल महीने 2018 में लड़की ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के घर के बाहर आग लगाने की कोशिश की, जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ा. लड़की के पिता की मौत भी पुलिस कस्टडी में हो गई थी, जिसके बाद में पिता की मौत को लेकर भी कई सवाल खड़े हुए थे. वहीं अब दुर्घटना से एक बार फिर मामला हाईलाइट है. परिजनों की ओर से लगातार सीबीआई जांच की मांग की जा रही है, वहीं परिजनों ने सेंगर की ओर से धमकी मिलने की बात भी कही है.

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