लखनऊ:कोरोना काल के बीच इस बार ईद उल फितर का त्योहार शुक्रवार को मनाया जाएगा. ईद के पर्व से पहले देश में कोरोना महामारी के कहर को देखते हुए उलमा भी संजीदा नजर आ रहे हैं. सुन्नी उलमा के बाद शिया धर्मगुरु ने भी मुसलमानों से अपील करते हुए ईद को बेहद सादगी से मनाने की बात कही है. मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि इस ईद अपने से ज्यादा दूसरे की खुशियों का ध्यान रखा जाए.
शिया धर्मगुरु की अपील, इस ईद दूसरे की खुशियों का रखें ध्यान
शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास ने मुस्लिम समुदाय से सादगी से ईद मनाने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि इस ईद दूसरों की खुशियों का ध्यान रखें. कोई भूखा पेट न सोने पाए. गरीबों की मदद करें.
बेहद सादगी से मनाएं ईद
ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि जिस तरीके से यह रमजान का महीना गुजरा है, इससे पहले कभी ऐसा रमजान नहीं आया. उन्होंने कहा कि पूरे महीने सबने कोरोना के चलते लाशों को उठाया और अपने बीच से करीबियों को इस महामारी में खोया है. मौलाना ने कहा कि हम हजरत अली का ताबूत भी नहीं उठा पाए. ऐसे में महामारी के कहर को देखते हुए ईद भी सादगी से मनाई जाए.
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पड़ोसियों की करें मदद
मौलाना ने समुदाय से अपील करते हुए कहा कि इस बार ईद पर नया लिबास न बनवाएं बल्कि उसका पैसा गरीब को दें. इस्लाम में फित्रा अदा करना वाजिब है, इसलिए फित्रे का पैसा जरूरतमंदों तक पहुंचाया जाए. मौलाना ने कहा कि बेहतरीन ईद वह होगी, जब किसी का पड़ोसी भूखा न सोए. लिहाजा हर मुसलमान को अपनी ईद से पहले अपने पड़ोसियों का ख्याल करना चाहिए और हर मुमकिन मदद करनी चाहिए.