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हल्दी, मेहंदी के बाद अब 18 को संवासिनी गृह में बैंड-बाजा-बारात

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Published : Jan 17, 2021, 7:06 AM IST

Updated : Jan 17, 2021, 10:17 AM IST

लखनऊ के महिला शरणालय में 14 संवासिनियों की शादी की रस्म शुरू हो गई है. इन सभी जोड़ों की कोर्ट मैरिज हो चुकी है. अब रीति रिवाज से सोमवार को विवाह संपन्न होगा.

संवासिनी गृह में बैंड-बाजा-बरात.
संवासिनी गृह में बैंड-बाजा-बरात.

लखनऊ : राजधानी के प्रयाग नारायण रोड स्थित महिला शरणालय में 14 संवासिनियों की शादी की रस्म शुरू हो गई है. यहां शुक्रवार को हल्दी की रस्म पूरी हुई और शनिवार को मेहंदी लगाई गई. अब 18 जनवरी को होने वाली शादी के लिए तैयारियां जोरों पर हैं. बताया जा रहा है इन सभी जोड़ों की कोर्ट मैरिज हो चुकी है. रीति रिवाज से सोमवार को विवाह संपन्न होगा. महिला शरणालय की अधीक्षिका आरती सिंह के निर्देशन में समारोह का आयोजन किया जा रहा है.

संवासिनी गृह में बैंड-बाजा-बरात.

रजामंदी और जांच के बाद तय होती है तारीख
अधीक्षक आरपी सिंह ने बताया कि जब शरणालय में रहने वाली लड़कियां शादी योग्य हो जाती हैं, तब उनसे पूछा जाता है. अगर वह शादी के लिए राजी होती हैं तो विज्ञापन जारी किया जाता है. विज्ञापन के माध्यम से आवेदन मंगाए जाते हैं. जांच पूरी होने के बाद लड़के-लड़कियों को आमने-सामने बैठाया जाता है. एक बार फिर लड़के और उसके परिवार की विजिलेंस जांच कराई जाती है. इसके बाद दोनों की रजामंदी के बाद शादी की तारीख तय की जाती है. शुक्रवार को मनीषा, शालिनी, रूबी, चंदा, रानी, सीमा, नेहा, राधिका, पिंकी, मानसी, मीनू समेत संवासिनियों को हल्दी लगाई गई, वहीं शनिवार को मेहंदी कि रस्म निभाई गई.

18 को विवाह और विदाई
अधीक्षिका आरती सिंह ने बताया कि हमारे शरणालय के लिए यह बहुत ही बड़ा और अच्छा समय है. पहली बार यहां विवाह का आयोजन किया जा रहा है. 14 संवासिनियों की शादी कराई जा रही है. उन्होंने बताया कि हमारी संस्था राष्ट्रीय पश्चात्यवर्ती मोती नगर में है. हमारा विभाग महिला कल्याण द्वारा संचालित है. संस्था की संवासिनियां 30 तारीख को शरणालय आ गई थीं. इसमें 18 संवासिनियों की शादी पहले ही तय हो चुकी थी और इनकी कोर्ट मैरिज हो चुकी है. उनकी भी विदाई का कार्यक्रम 18 तारीख को होना है.

Last Updated : Jan 17, 2021, 10:17 AM IST

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