लखनऊ :धनतेरस के मौके पर वाहन खरीदारों की शोरूम में वाहन खरीदने के लिए होड़ लगी रही. इस बार धनतेरस पर ऑटोमोबाइल सेक्टर में धनवर्षा के पुराने रिकार्ड टूट गए. लखनऊ में धनतेरस के दिन देर शाम तक आरटीओ में करीब चार सौ दो पहिया वाहन और 353 कार दर्ज हुई हैं. इन वाहनों की रसीद कटी है. इन सभी वाहनों में अगर लखनऊ में सबसे महंगी कार की बात की जाए तो यह 94 लाख की जैगुआर है. जेएसवी मोटर कार एंड कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड शोरूम से यह जैगुआर कार बिकी है जिसकी कीमत 94 लाख है. लखनऊ के जतिन वर्मा के नाम इस कार की रसीद काटी है. इसका रजिस्ट्रेशन फीस और टैक्स मिलाकर करीब साढ़े नौ लाख रुपये जमा हुए हैं.
कारोबार का आंकड़ा करीब 400 करोड़ के पार :शुक्रवार को धनतरेस का महुर्त शुरू होते ही परिवहन विभाग में भी धनवर्षा हुई. पहले दिन करीब 14 विभिन्न मॉडलों में 400 से ज्यादा वाहन पंजीकृत हुए. इनमें 50 लाख के करीब चार पहिया लग्जरी कारें भी शामिल हैं. पहले दिन के कारोबार का आंकड़ा करीब 400 करोड़ के पार रहा. दो पहिया से लेकर चार पहिया और भारी वाहनों की डिलिवरी 1000 से ज्यादा वाहनों की रही. धनतेरस पर वाहनों की बिक्री की सटीक जानकारी 15 नवंबर तक मिल पाएगी. ट्रांसपोर्टनगर आरटीओ कार्यालय में दर्ज होने वाले नए वाहनों की बिक्री का ग्राफ दिन चढ़ने के साथ ही बढ़ता रहा. रात आठ बजे तक 416 वाहनों के रजिस्ट्रेशन हो चुके थे. इन वाहनों से परिवहन विभाग को राजस्व के रूप में चार करोड़ से ज्यादा रुपये जमा हुए. फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन के सदस्य वैभव मिश्रा के मुताबिक, 'ऑटोमोबाइल सेक्टर में इस बार काफी उछाल देखने को मिल रहा है. लोग महंगी गाड़ियों के बारे में ज्यादा जानकारी करने आ रहे हैं. गाड़ियों की बुकिंग तो करा रहे हैं, लेकिन डिलीवरी के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा.'
इन मॉडलों में पंजीकृत हुए वाहन |
दो पहिया वाहन-190 |
दो पहिया ई वाहन-83 |
चार पहिया वाहन-115 |
माल वाहक वाहन-45 |
अन्य यात्री वाहन-23 |
धनतेरस और दीपावली के मौके पर दोपहिया और चार पहिया कंपनियों ने वाहन खरीदारों को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए तमाम ऑफर्स दिए हैं. धनतेरस के मौके पर लोग इसका भरपूर फायदा भी उठा रहे हैं. दोपहिया और चार पहिया वाहन शोरूम पर खरीदारों की भीड़ नजर आ रही है. यह ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए शुभ संकेत हैं. पिछली बार कोरोना के बाद जब मार्केट ओपेन हुई तो लोगों के पास पैसे की कमी थी, इसलिए वाहनों की बिक्री में लोगों ने कम दिलचस्पी दिखाई थी, लेकिन इस बार लोग वाहनों को खरीदने के लिए आगे आ रहे हैं. 'ईटीवी भारत' ने लखनऊ के दो पहिया और चार पहिया वाहन शोरूम पर वाहन खरीदारों के साथ ही मैनेजर से बात की और इस बार धनतेरस पर खरीदारी को लेकर जानकारी ली.
'इस बार दोपहिया अगली बार खरीदेंगे कार' : धनतेरस के मौके पर दोपहिया वाहन खरीदकर काफी खुश हैं. उनकी खुशी चेहरे पर साफ झलक रही है. 'ईटीवी भारत' से बात करते हुए संजय पांडेय कहते हैं कि पहले गाड़ी खरीदने का कोई प्लान नहीं था, लेकिन अचानक से दिमाग में आया कि धनतेरस पर क्यों न दो पहिया गाड़ी खरीदी जाए और गाड़ी बुक कर दी. धनतेरस के मौके पर आज गाड़ी खरीदने का अवसर प्राप्त हुआ है. यह अच्छी बात है. घर में एक गाड़ी बढ़ गई है. इस बार धनतेरस पर दोपहिया गाड़ी खरीदी है अगली बार चार पहिया खरीदने का प्रयास रहेगा.'
माता रानी की कृपा से घर आ गई गाड़ी' :धनतेरस के मौके पर रीता मिश्रा के चेहरे पर अलग ही रौनक बिखरी हुई है. वजह है कि धनतेरस पर इस बार बर्तन नहीं खरीदे हैं बल्कि सीधे दो पहिया गाड़ी खरीदी है. खुशी का कोई ठिकाना नहीं है. 'ईटीवी भारत' से बातचीत करने के दौरान रीता का कहना है कि 'काफी दिन से कोशिश थी कि कैसे भी एक दोपहिया गाड़ी घर में आ जाए. इस बार माता रानी की कृपा से मनोकामना पूरी हो गई है. सब माता रानी का आशीर्वाद है. हम काफी खुश हैं कि मोटरसाइकिल ले ली है. आगे माता रानी की कृपा रहेगी तो कार भी खरीदेंगे.'