लखनऊ:डॉक्टर राम मनोहर लोहिया के कर्मचारियों ने आज शुक्रवार को जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया. मांगें पूरी ना होने से नाराज कर्मचारियों ने हाथों में काला फीता बांधकर जमकर नारेबाजी की. कर्मचारियों का कहना है कि 2018 में कर्मचारियों की समस्याओं से सरकार को अवगत कराया गया था, लेकिन अभी तक समस्याओं का समाधान नहीं किया गया है. सरकार के इस रवैया के खिलाफ कर्मचारियों में काफी आक्रोश है.
कर्मचारियों ने किया विरोध प्रदर्शन मांगे पूरी ना होने पर विरोध प्रदर्शनआज शुक्रवार के दिन डॉ राम मनोहर लोहिया अस्पताल के सभी संवर्ग के कर्मचारियों ने हाथों में काला फीता बांधकर विरोध जताया है. कर्मचारियों ने लोहिया अस्तित्व बचाओ संयुक्त मोर्चा के बैनर तले तमाम मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी की. वेतन विसंगतियां दूर करने, पुरानी पेंशन बहाली की मांग, केंद्रीय कर्मचारियों के समान भत्ता, समान वेतन समान कार्य, निजी करण व ठेकेदारी प्रथा को समाप्त करने, कर्मचारियों का कैशलेस इलाज समेत 18 सूत्री मांग पत्र पर कर्मचारियों का कहना है कि 9 अक्टूबर 2018 को परिषद के प्रतिनिधिमंडल के साथ शासन स्तर पर वार्ता की गई थी. बैठक के दौरान सभी मांगों पर निर्णय के लिए 3 महीने का समय दिया गया था. 2 साल से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी अभी तक कर्मचारियों के हित में निर्णय नहीं लिया गया. जिससे आक्रोशित कर्मचारियों ने आज ओपीडी गेट पर विरोध प्रदर्शन किया.
इन संवर्ग के कर्मचारी रहे प्रदर्शन में शामिलविरोध प्रदर्शन के दौरान महिला कर्मचारियों के साथ साथ फिजियोथैरेपिस्ट, नर्सिंग, फार्मेसिस्ट, डेंटल हाइजीनिस्ट, लैब टेक्नीशियन, एक्स-रे टेक्नीशियन, नेत्र सहायक समेत अन्य संवर्ग के कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि राज्य कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर पिछले 17 फरवरी से कर्मचारी हाथों पर काला फीता बांधकर विरोध कर रहे हैं. साल 2018 में शासन स्तर पर 18 सूत्रीय मांग पत्र दिया गया था. इस मांग पत्र में कर्मचारियों की समस्याओं से सरकार को अवगत भी कराया गया था. इसके बावजूद अभी तक कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया है. सरकार के इस रवैया के खिलाफ कर्मचारियों में काफी आक्रोश है.