लखनऊः लोहिया संस्थान में बिजली गुल हो गई. ऐसे में ओपीडी में आए मरीजों को पर्चा बनवाने से लेकर जांच रिपोर्ट लेने तक में आफत रही. वहीं एक्सरे, सिटी स्कैन समेत दूसरी बड़ी मशीनों का संचालन भी ठप रहा.
लोहिया संस्थान के हॉस्पिटल ब्लॉक स्थित इमरजेंसी के पास दोपहर में केबल में खराबी आ गई. ऐसे में संस्थान में बिजली आपूर्ति ठप हो गई. ओपीडी में पर्चा और कैश काउंटर का काम बंद हो गया. खून की जांच रिपोर्ट लेने के लिए लंबी लाइने लग गईं. वहीं एक्सरे, सीटी स्कैन जांच भी ठप हो गईं. करीब एक घंटे बाद बिजली आई. तब जाकर काम शुरू हुआ. सर्जरी, मेडिसिन समेत दूसरे वार्ड में मरीज गर्मी से बेहाल रहे. संस्थान के प्रवक्ता डॉक्टर श्री केश सिंह के मुताबिक एक घंटा समस्या रही. उसके बाद सही हो गयी.
10 किलोमाीटर के दायरे में घटना स्थल पर जाएंगे KGMU के डॉक्टर केजीएमयू प्रशासन अब घायलों की जान बचाने के लिए नई पहल शुरू करने जा रहा है. संस्थान से आठ से 10 किलोमीटर के बीच होने वाले हादसे में इलाज मुहैया कराने के लिए केजीएमयू डॉक्टरों की टीम घटना स्थल तक जाएगी. यह एलान विश्व ट्रॉमा दिवस की पूर्व संध्या पर किया गया. हादसे की सूचना, पुलिस, फायर विभाग, स्थानीय लोग और 102-108 एम्बुलेंस सेवा के माध्यम से केजीएमयू को मिलेगी. ट्रामा सेंटर के सीएमएस डॉक्टर संदीप तिवारी के मुताबिक योजना का प्रस्ताव उच्च अधिकारियों को भेजा जा चुका है.
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त्योहार को लेकर कोरोना संक्रमण का खतरा बना हुआ है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है. फोकस सैम्पलिंग के जरिये 10 हजार लोगों की जांच कराई गई. जिसमें तीन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. यह अभियान 11 से 15 अक्तूबर के बीच चला. इसमें रिक्शा, ई रिक्शा, थ्री व्हीलर, टैम्पो, मंदिर, धार्मिक स्थल, पूजा सामग्री की दुकानें, मिष्ठान भंडार, फूल, आलमबाग की सप्ताह बाजार की जांच कराई गई.