लखनऊः राजधानी में देर रात दुकान बंद करके बीती रात लौट रहे बद्री सर्राफ के मालिक अभिषेक केशरवानी परकार सवार बदमाशों ने जानलेवा हमला कर दिया था. इस घटना में अभिषेक केसरवानी बाल-बाल बच गए. उन्होंने बहादुरी का परिचय देते हुए मौके से तुरंत गाड़ी भगाते हुए थाने पहुंच गए. साथ ही पूरी घटना पुलिस को बताई. इस घटना के बाद पुलिस जहां हरकत में आई. वहीं इस घटना के खुलासे को लेकर 10 टीमें भी बनाई गई हैं.
पुलिस सीसीटीवी में ढूंढ रही है सुराग
बद्री सर्राफ के मालिक अभिषेक केशरवानी रिंग रोड पर स्थित अपनी दुकान को बंद करके रात को घर लौट रहे थे. तभी सीमैप के पास में कार सवार बदमाशों ने उनकी गाड़ी रुकवा कर उन पर गोली चला दी. हालांकि गोली उनके कंधे से होकर गुजर गई, जिससे उनकी जान बच गई. इस घटना के बाद अभिषेक केशरवानी खुद घायल अवस्था में गाड़ी चला कर थाने पहुंचे और पूरी घटना पुलिस को बताई.
हालांकि इस घटना के बाद पुलिस ने जहां 10 टीमें लगाई है. वहीं घटनास्थल के आसपास के घर में लगे हुए सीसीटीवी कैमरों में हमलावरों का सुराग तलाशने में पुलिस जुटी हुई है, लेकिन अभी तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है. अभिषेक के पिता की तहरीर के आधार पर राजेश केसरवानी और अष्टभुजा पाठक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. अष्टभुजा की गिरफ्तारी हो चुकी है. हालांकि इस घटना में अभी शूटरों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. जिसके लिए पुलिस टीम को फरीदाबाद रवाना कर दी गई है.
प्रॉपर्टी के विवाद में हुआ है हमला
बद्री सर्राफ के मालिक अभिषेक केशरवानी पर देर रात हुए हमले में प्रॉपर्टी विवाद सामने आ रहा है. क्योंकि अभिषेक के पिता ने बताया कि मोहनलालगंज में एक जमीन को लेकर अष्टभुजा पाठक और उनके भाई राजेश केसरवानी से विवाद चल रहा है. जिसको लेकर उन्हें धमकी भी पहले मिल चुकी है और इसी को लेकर उनके बेटे पर यह हमला कराया गया है.