अहमदाबाद/लखनऊः 2019 के चुनाव में भारी जनसमर्थन हासिल करने के बाद नरेंद्र मोदी पहली बार अपने गृहनगर गुजरात के अहमदाबाद पहुंचे हैं. उनके यहां पहुंचते ही जनता मोदी-मोदी के नारे लगाने लगी. वह यहां अपनी मां से भी मुलाकात करेंगे.
अहमदाबाद पहुंचे नरेंद्र मोदी, जनता से बोले- आशीर्वाद देकर विदा कीजिए
लोकसभा चुनाव 2019 में प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज करने के बाद पहली बार नरेंद्र मोदी अहमदाबाद पहुंचे. यहां वे अपनी मां से आशीर्वाद लेंगे. बीजेपी कार्यालय पहुंचकर उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया.
पीएम मोदी.
बता दें कि, 2014 की तरह की 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की है. अहमदाबाद में बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया.
पीएम मोदी के भाषण के प्रमुख अंश-
- सूरत में जो आग लगी, उससे मैं बहुत परेशान था.
- यह एक ऐसी घटना है, जो किसी को भी हिला देगी.
- प्रभावित परिवारों के लिए जितना करुणा व्यक्त करें, उतना ही कम है.
- सूरत में हुई आग त्रासदी ने हम सभी को दुखी कर दिया है.
- हम शोक संतप्त परिवारों के साथ एकजुटता में खड़े हैं.
- इस दुख की घड़ी में सर्वशक्तिमान उन्हें शक्ति प्रदान करें.
- राज्य सरकार पूरे गुजरात में आपदा प्रबंधन, बुनियादी ढांचे को और मजबूत कर रही है.
- मैं यहां गुजरात के लोगों के दर्शन के लिए आया हूं.
- राज्य के नागरिकों का आशीर्वाद हमेशा मेरे लिए बहुत खास रहा है.
- आपके द्वारा मिले प्यार के लिए धन्यवाद व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है.
- मैं उस भूमि पर वापस आ आया हूं, जिसने मेरा पालन-पोषण किया है.
- मैं एक ऐसी जगह पर वापस आ गया हूं, जिसके साथ मेरा बहुत पुराना नाता है.
- भाजपा के इस कार्यालय में मैने बहुत कुछ सीखा है.
- मेरा अधिकांश जीवन इस खानपुर कार्यालय में चला गया है.
- गुजरात में किए गए विकास कार्यों की चर्चा पूरे देश में होती थी.
- छठे चरण के लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार मैंने कहा कि हमें इस चुनाव में 300 से अधिक सीटें जीतनीहै.
- मैंने राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से कहा कि यह चुनाव केवल भाजपा नहीं है, बल्कि देश का प्रत्येक नागरिक लड़ रहा है.
- 2014 में देश को गुजरात को जानने का मौका मिला और गुजरात का विकास मॉडल सबके सामने आया.
- 2014 में आपने विदा किया, अब आपके दिए संस्कारों को आगे बढ़ा रहा हूं.
- लगातार दूसरी बार लोकसभा चुनाव में हमने गुजरात की पूरी सीटें जीती.
- जीत की पहली शर्त यह होती है कि जीत को पचाने की शक्ति होनी चाहिए.
- समाज का विश्वास बीजेपी को मिला है.
- देश के लिए अगले पांच साल बेहद अहम है.
Last Updated : May 26, 2019, 8:48 PM IST