लखनऊ:उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के निर्देश पर मंगलवार को लखनऊ के सभी सरकारी, निजी विद्यालयों एवं कॉलेजों में ‘पढ़े लखनऊ, बढ़े लखनऊ' अभियान का आयोजन किया गया. इस आयोजन में लगभग 10 लाख बच्चों ने एक साथ भाग लिया, जो संभवतः विश्व रिकॉर्ड है.
राज्यपाल ने निभाई छात्र की भूमिका
‘पढ़े लखनऊ, बढ़े लखनऊ' अभियान के तहत मंगलावार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी राजकीय इन्टर कॉलेज, निशातगंज में भाग लिया. उन्होंने विद्यार्थियों के बीच बैठकर 45 मिनट तक पुस्तक का अध्ययन किया और स्टूडेंट की तरह कक्षा में बैठीं रहीं. अध्ययन के पश्चात उन्होंने कक्षाओं में जाकर बच्चों से ‘पढ़े लखनऊ, बढ़े लखनऊ' अभियान के विषय में जानकारी भी प्राप्त की.
‘पढ़े लखनऊ, बढ़े लखनऊ' अभियान का आयोजन. इस कार्यक्रम में भाग लेकर बच्चे हुए खुश
बच्चों ने राज्यपाल को बताया कि इस कार्यक्रम में भाग लेकर वे बहुत खुश हैं. बच्चों ने बताया कि उन्होंने महापुरूषों एवं ज्ञान से संबंधित पुस्तकों का अध्ययन कर महापुरुषों के जीवन के विषय में ज्ञान प्राप्त किया.
राज्यपाल ने विद्यालय परिसर का किया निरीक्षण
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विद्यालय परिसर के निरीक्षण के दौरान पुस्तकालय और स्टॉफ रूम को भी देखा. पुस्तकालय निरीक्षण के दौरान उन्होंने पुस्तकालय को और सुदृढ़ करने के साथ-साथ सफाई रखने के भी निर्देश दिए. उल्लेखनीय है कि बच्चे इंटरनेट, मोबाइल, फेसबुक आदि पर अधिक समय व्यतीत कर रहे थे. साथ ही बच्चे पुस्तकों के अध्ययन में दिन-प्रतिदिन कम रूचि ले रहे थे. इसी के मद्देनजर राज्यपाल ने लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति को इस अभियान की शुरूआत करने के निर्देश दिए थे.
इसके बाद जनपद के सभी सरकारी एवं निजी स्कूलों एवं महाविद्यालयों के बच्चों को आज के दिन 45 मिनट के लिये विषय से हटकर महापुरुषों या अन्य ज्ञानवर्धक पुस्तकों का ही अध्ययन करना था. इसी क्रम में मंगलवार को राजभवन में अपर मुख्य सचिव राज्यपाल हेमन्त राव, विशेष सचिव डॉ. अशोक चन्द्र सहित सभी कर्मियों ने भी ‘पढ़े लखनऊ, बढ़े लखनऊ' अभियान में प्रतिभाग किया.