लखनऊ :उत्तर प्रदेश में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी तेजतर्रार महिला आईपीएस अधिकारी लक्ष्मी सिंह (Noida Police Commissioner Laxmi Singh) को दी गई है. बीजेपी विधायक व पूर्व ईडी ज्वाइंट डायरेक्टर राजेश्वर सिंह की पत्नी आईजी लक्ष्मी सिंह को नोएडा का पुलिस कमिश्नर बनाया गया है, वहीं शाहरुख खान के बेटे आर्यन व सुशांत सिंह राजपूत के केस में रिया चक्रवर्ती से जुड़े ड्रग केस की जांच कर चुके अशोक मुथा जैन (Ashok Mutha Jain Varanasi Police Commissioner) को वाराणसी पुलिस कमिश्नर बनाया गया है.
साल 1974 में जन्मीं लक्ष्मी सिंह 2000 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं, वह अब तक लखनऊ रेंज की आईजी के पद पर तैनात थीं. लक्ष्मी सिंह अपनी हर तैनाती में अपराधियों के लिए सिरदर्द साबित हुई हैं. उन्होंने यूपी के बागपत, चित्रकूट, बुलंदशहर, फर्रुखाबाद और वाराणसी में तैनाती के दौरान कई इनामी अपराधियों का एनकाउंटर भी किया है. यूपी की पहली महिला पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह को प्रधानमंत्री की ओर से उनके अच्छे काम के लिए सिल्वर बेटन व गृह मंत्रालय की तरफ से 9 एमएम की पिस्टल इनाम के रूप में दी जा चुकी है.
भाजपा विधायक हैं लक्ष्मी सिंह के पति :नोएडा की नई पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के पति राजेश्वर सिंह मौजूदा समय में भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं. राजनीति में आने से पहले राजेश्वर सिंह ईडी में ज्वाइंट डायरेक्टर के पद पर तैनात थे. साल 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव से पहले राजेश्वर सिंह ने नौकरी छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया था. उन्हें लखनऊ की सरोजनी नगर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया था, जहां राजेश्वर सिंह ने चुनाव जीता और विधायक बने.
सोमवार को तीन नए बने पुलिस कमिश्नरेट में नोएडा और वाराणसी के भी पुलिस कमिश्नर बदले गए थे. नोएडा की जिम्मेदारी जहां महिला आईपीएस अधिकारी लक्ष्मी सिंह को मिली तो पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का पुलिस कमिश्नर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस आए अशोक मुथा जैन को बनाया गया है. साल 1995 बैच के आईपीएस अशोक मुथा जैन आंध्रप्रदेश में गुंटूर जिले के रहने वाले हैं. उनकी पहली पोस्टिंग वाराणसी में एसपी सिटी के तौर पर ही हुई थी.
वाराणसी में पुलिस कमिश्नर तैनात होने से पहले अशोक मुथा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में डिप्टी डायरेक्टर जनरल थे व उनकी तैनाती मुंबई में थी. जैन ने इस पद पर रहते हुए बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान के बेटे आर्यन व अभिनेता सुशांत राजपूत, रिया चक्रवर्ती ड्रग केस की जांच को लीड किया था. अब तक कमिश्नरेट की कमान संभाले ए. सतीश गणेश का कार्यकाल उपलब्धियों भरा रहा है. ऐसे में वाराणसी में दोबारा जड़ें जमाने में जुटा अपराध जगत और पुराने लंबित मामलों की नए सिरे से विवेचना और परिणाम उनके लिए बड़ी जिम्मेदारी का काम होगा.
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