लखनऊ:धरती पुत्र मुलायम सिंह के नाम से मशहूर उत्तर प्रदेश के 3 बार मुख्यमंत्री और केंद्र में रक्षा मंत्री रहे मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) अब हमारे बीच नहीं हैं. मुलायम सिंह यादव ने 10 अक्टूबर को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली.
गौरतलब है कि एक बड़ी राजनीतिक विरासत छोड़कर जाने वाले मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के पास करोड़ों रुपये की संपत्ति थी. समाजवादी परिवार से जुड़े नेताओं का कहना है कि उन्होंने अखिलेश यादव और अपने दूसरे बेटे प्रतीक यादव के बीच सब कुछ पहले से बंटवारा कर दिया था. राजनीति में पूरी तरह से अखिलेश यादव उनके उत्तराधिकारी के रूप में आगे बढ़े और मुलायम सिंह यादव ने ही उन्हें मुख्यमंत्री बनाया था. जबकि प्रतीक यादव को उन्होंने पूरी तरह से बिजनेस में उतारा था. हालांकि प्रतीक यादव की पत्नी अपर्णा यादव पहले सपा में सक्रिय थी, लेकिन विधानसभा चुनाव 2022 से पहले सपा छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं.
पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के संपत्ति की बात करें तो एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक 2019 के लोकसभा चुनाव में दाखिल किए गए शपथ पत्र के अनुसार उनके पास ₹20 करोड़ से अधिक की संपत्ति थी.
- ये है मुलायम सिंह यादव की संपत्ति की स्थिति
मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के पास 20,56,04,593 रुपये की संपत्ति थी. जबकि उनके ऊपर कर्ज की बात करें तो 2 करोड़ से ज्यादा मतलब 2,20,55,657 रुपये था. वित्त वर्ष 2017-18 में इन्कम टैक्स रिटर्न के अनुसार उनकी इनकम 32,02,615 रुपये थी, 2016 से 2017 में 31,87,656 रुपये, 2015 से 2016 में 28,38,652 रुपये, 2014 - 2015 में 36,05,778 रुपये और 2013 से 2014 में उनकी इनकम 19,16,997 रुपये थी.