लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) विभाग के तहत संचालित योजनाओं का लाभ उद्यमियों और निवेशकों को आसानी से पहुंचाने के लिए मंगलवार को एमएसएमई विभाग और आईसीआईसीआइ बैंक के मध्य एमओयू किया गया है. डालीबाग स्थित खादी भवन में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह और अपर मुख्य सचिव, एमएसएमई डॉ. नवनीत सहगल की मौजूदगी में विभाग के विशेष सचिव प्रदीप कुमार और बैंक के नार्थ इण्डिया में बिजनेस हेड विशाल भट्ट ने समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान किया. इससे एमएसएमई विभाग की सारी गतिविधियां ऑनलाइन होंगी.
MSME विभाग और ICICI बैंक के मध्य हुआ MOU साईन चार साल में 50 लाख एमएसएमई इकाईइस अवसर पर मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि अर्थ जगत में टेक्नालाॅजी और बैंकिंग के सहयोग के बगैर कोई भी योजना सफल नहीं हो सकती है. आईसीआईसीआई बैंक का लिंकेज मिलने से एफीसिएन्सी बढ़ेगी, साथ ही क्रेडिट बेहतर होगा. इससे छोटे-छोटे उद्यमियों को सीधा लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में चार वर्षों में 50 लाख से अधिक नई एमएसएमई इकाइयों की स्थापना हुई. बैंकों से इकाइयों को ढाई लाख करोड़ रूपये का लोन दिया गया है. इसके फलस्वरूप लगभग ढाई करोड़ रोजगार का सृजन भी हुआ है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाली एक जिला-एक उत्पाद योजना आज पूरे देश में चर्चित है. भारत का हर राज्य इस योजना को अपना रहा है. MSME विभाग और ICICI बैंक के मध्य हुआ MOU साईन एमएसएमई के साथ ओडीओपी भी ऑनलाइनडा. नवनीत सहगल ने कहा कि समझौते के तहत आईसीआईसीआई बैंक एमएसएमई के साथ ओडीओपी योजना में भी मदद करेगा. बैंक प्रदेश के समस्त जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केन्द्रों को ऑनलाइन करने के लिए साफ्टवेयर उपलब्ध करायेगा. उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता उद्यमियों को आगे बढ़ाने की है. ई-गवर्नेस के माध्यम से एमएसएमई विभाग की सभी गतिविधियां पूरी तरह से ऑनलाइन होने से उद्योगपतियों को सहूलियतें मिलेंगी. वहीं निवेश को जमीन पर उतारने में आसानी भी होगी. MSME विभाग और ICICI बैंक के मध्य MOU साईन उद्यमियों को मदद मिलेगीआईसीआईसीआई बैंक उद्यमियों का रजिस्ट्रेशन कराने से लेकर उद्योग लगाने में पूरी मदद देगा. साथ ही आवेदन पत्रों के ऑनलाइन ट्रैकिंग की सुविधा भी उपलब्ध कराई जायेगी. इस अवसर पर आईसीआईसीआई बैंक के जोनेल हेड अमिताभ, अभिषेक परासर, रीजनेल हेड पारूतोष जोशी, चीफ मैनेजर गोपाल जोशी समेत अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे.