'अभ्युदय' के लिए युवाओं में होड़, 20 घंटे में एक लाख पंजीकरण
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना की शुरुआत 16 फरवरी यानी बसंत पंचमी से होनी है. वहीं, अभ्युदय पोर्टल की शुरुआत हो चुकी है. पोर्टल शुरू होने के महज 20 घंटे के अंदर करीब एक लाख अभ्यर्थियों ने पंजीकरण करा लिया है.
20 घंटे में 97 हजार से अधिक पंजीकरण
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Published : Feb 11, 2021, 8:53 PM IST
लखनऊ:सिविल सेवा, नीट, जेईई, सीडीएस और एनडीए जैसी प्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता की राह दिखाने वाली योगी सरकार की 'अभ्युदय' योजना को लेकर प्रदेश के युवाओं ने जबरदस्त उत्साह दिखाया है. 'अभ्युदय' को लेकर प्रतियोगी छात्र बहुत सजग हैं. अभ्युदय पोर्टल की शुरुआत के महज 20 घंटे के भीतर 97 हजार से अधिक प्रतियोगी छात्रों ने पंजीयन करा लिया है.
46 हजार से अधिक सिविल के लिए पंजीकरण इनमें से करीब 46 हजार से अधिक युवाओं ने केवल सिविल सेवा परीक्षाओं के लिए पंजीयन कराया है. इनमें 5,833 अभ्यर्थी सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा और 965 अभ्यर्थी सिविल सेवा साक्षात्कार की तैयारी के इच्छुक हैं. यही नहीं, मेडिकल प्रवेश परीक्षा के लिए चार हजार से अधिक और जेईई के लिए 2500 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया है. पंजीकरण का यह आंकड़ा हर मिनट बढ़ता ही जा रहा है. अभ्युदय कक्षाओं की शुरुआत बसंत पंचमी से होनी प्रस्तावित हैं.
10 लाख से अधिक विजिटर 'मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना' के क्रियान्वयन के लिए गठित राज्य स्तरीय समिति के सदस्य मंडलायुक्त लखनऊ रंजन कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री के विशेष प्रयास वाली इस योजना को लेकर युवाओं में उत्साह स्वाभाविक था. हालांकि, पोर्टल शुरू होने के शुरुआती 20 घंटों में इस तरह से पंजीकरण की उम्मीद नहीं थी. योजना की यह रफ्तार इसकी सफलता की तस्वीर पेश करती है. उन्होंने बताया कि बुधवार को देर रात करीब 11 बजे अभ्युदय का पोर्टल http://abhyuday.up.gov.in/ लाइव हुआ. गुरुवार शाम करीब 7:30 बजे तक 10.51 लाख बार वेबसाइट विजिट की गई. कुल अलग-अलग परीक्षाओं के लिए 97,549 अभ्यर्थियों का पंजीकरण पूर्ण हो चुका है. यह ऐसे अभ्यर्थी हैं, जिन्होंने अपने ईमेल से ओटीपी सत्यापन भी कर दिया है.
वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों से मिलेगा सीधा मार्गदर्शन सीएम योगी की इस पहल को लेकर प्रदेश के वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों में भी खूब उत्साह है. अभ्युदय कक्षाओं में प्रतियोगी छात्रों से यह अधिकारी सीधा संवाद करेंगे. मुख्य सचिव आरके तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं एमएसएमई नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार और सुरेंद्र सिंह जैसे वरिष्ठ आईएसएस अधिकारी प्रतियोगी छात्रों से सीधे मुखातिब होंगे. साथ ही छात्रों की जिज्ञासाओं का समाधान करेंगें. यही नहीं, ई-लर्निंग पोर्टल पर इन अधिकारियों के वीडियो लेक्चर और मोटिवेशनल वीडियो भी उपलब्ध होंगे.
कोई भी युवा उठा सतका है लाभ सिविल सेवा, जेईई और नीट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में रुचि रखने वाले युवाओं के लिए सीएम योगी ने 'मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना' की शुरुआत की है. प्रदेश का कोई भी युवा जो सिविल सेवा, नीट, जेईई, बैंकिंग, टीईटी जैसी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा हो, इस योजना का लाभ उठा सकता है.
इसके तहत कोचिंग में ऑनलाइन स्टडी मैटेरियल और लेक्चर आदि तो उपलब्ध होंगे ही, ऑफलाइन क्लास में आईएएस और पीसीएस परीक्षा के लिए प्रशिक्षु आईएएस, आईपीएस, आईएफएस (वन सेवा), पीसीएस अधिकारियों द्वारा मार्गदर्शन दिया जाएगा. एनडीए और सीडीएस की परीक्षा के लिए प्राचार्य, उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल द्वारा गाइडेंस मिलेगी. इतना ही नहीं, नीट, जेईई, बैंक पीओ, एसएससी और टीईटी आदि परीक्षाओं के लिए भी कक्षाएं चलेंगी. सारी कोचिंग निःशुल्क होंगी.
अभ्युदय' में पंजीयन की स्थिति (आंकड़े गुरुवार शाम 6 बजे तक)