लखनऊ:लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारी जहां एक तरफ अवैध रूप से चल रहे निर्माण कार्य को रोकने के लिए लगातार सक्रिय हैं, वहीं दूसरी तरफ लखनऊ विकास प्राधिकरण के बड़े-बड़े प्रोजेक्ट सिर्फ कागजों में ही सिमटे हुए हैं. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि कई योजनाएं बख्शी का तालाब और सुलतानपुर रोड पर प्रस्तावित हैं, लेकिन यह योजनाएं अभी तक धरातल पर उतरी ही नहीं हैं.
लखनऊ विकास प्राधिकरण के कई प्रोजेक्ट कागजों में ही सिमटे
लखनऊ विकास प्राधिकरण की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है. एक तरफ प्राधिकरण के अधिकारी अवैध रूप से चल रहे निर्माण कार्य को रोकने में सक्रिय हैं. वहीं दूसरी तरफ प्राधिकरण के बड़े-बड़े प्रोजेक्ट सिर्फ कागजों में ही सिमटे हुए हैं, जो अभी तक धरातल पर उतरे ही नहीं हैं.
यदि आवास बन जाते तो शायद कई आवंटियों को अब तक आवास मिल चुके होते और उन्हें यहां रहने का सौभाग्य मिल पाता, लेकिन यह बड़ी लापरवाही भी लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की कही जा सकती है कि लोकेशन तलाशने में इन्हें वर्षों लग जा रहे हैं. लखनऊ विकास प्राधिकरण की लैंड पर निजी बिल्डर अवैध तरह से प्लाटिंग कर कॉलोनियां बसा दे रहे हैं. धड़ल्ले से यह काम राजधानी के अंदर हो रहा है, जिससे कहीं न कहीं इसमें संदिग्ध स्थिति लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की भी मानी जा सकती है.
लखनऊ विकास प्राधिकरण के रिकॉर्ड के मुताबिक सुलतानपुर रोड पर मेगा टाउनशिप के अलावा नेशनल हाई-वे 24 रायबरेली रोड बिजनौर रोड और प्रबंध नगर के पास हरदोई रोड पर आवासीय योजनाओं को लॉन्च करना है. इसमें से तीन प्रोजेक्ट को एलडीए ने बारी-बारी रायबरेली रोड, बिजनौर रोड और प्रबंध नगर के पास हरदोई रोड पर लैंड पूलिंग कर छोटी योजनाएं लॉन्च करने के लिए चुना था. हालांकि प्रभारी लखनऊ विकास प्राधिकरण पंकज कुमार का कहना है कि प्रबंध नगर में इसकी शुरुआत हो चुकी है. जल्द ही अन्य जो भी योजनाएं हैं, उन पर भी कार्य शुरू किया जाएगा.