लखनऊ :विभूति खंड थाना क्षेत्र में बीते 6 जनवरी की रात मऊ जिले के रहने वाले पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या कर दी गई. इस मामले में पुलिस को अभी तक कोई खास जानकारी नहीं मिल सकी है. हालांकि अधिकारियों ने फरार शूटरों की तलाश में इनाम भी घोषित किया हुआ है. उधर, रसूखदार डॉक्टर और शूटर की मदद करने वालों के खिलाफ अहम सबूत मिलने की बात कही गई थी. लेकिन सख्त कार्रवाई के संकेत अभी तक नहीं दिए गए हैं. खुलासे के लिए लगी टीमें ज्यादा बोलने से कतरा रही हैं.
दूसरी ओर, घटना के डेढ़ हफ्ते बीत जाने के बाद भी लापरवाही बरतने वाले दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई अभी तक नहीं हुई है. कठौता चौराहा के जिस जगह पर अंधाधुंध गोलियां चली थी, वहां से पुलिस चौकी चंद कदमों की दूरी पर है. बावजूद इसके शूटर करीब 30 से 60 राउंड गोलियां बरसा कर बड़ी आसानी से वहां से भाग निकले.
कोई पुलिसकर्मी नहीं था मौजूद
जानकारी के मुताबिक, जिस समय यह घटना हुई उस समय कठौता चौकी पर कोई भी पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था. सूत्र इसमें बड़ी साजिश की आशंका जता रहे हैं. खुलासे के लिए लगी पुलिस टीमें और एसटीएफ अलग-अलग स्थानों पर डेरा डाले हुए हैं. दावा है कि नामजद शूटरों को पकड़ने के बाद पूरी घटना का पर्दाफाश हो जाएगा. वहीं सूत्र बताते हैं कि मुंबई में शूटरों के छिपे होने की आशंका है, जिसे रडार पर रखा गया है. जल्द घटना का खुलासा कर दिया जाएगा.