लखनऊ : जिले के बख्शी का तालाब स्थित चंद्रभानु गुप्ता कृषि स्नातकोत्तर महाविद्यालय में मंगलवार को विश्व आर्द्रभूमि दिवस के उपलक्ष पर एक ऑनलाइन वार्ता का आयोजन किया गया. इस ऑनलाइन वार्ता में प्रमुख रूप से राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान लखनऊ के पूर्व उपनिदेशक प्रोफेसर एससी शर्मा के साथ अन्य लोग मौजूद रहे. इस दौरान उन्होंने बताया कि कम हो रही आर्द्रभूमि तथा क्लाइमेंट चेंज खतरे का संकेत है, इसके चलते उपयोगी औषधियों के पौधे तथा वनस्पतियां समाप्त हो जाएंगी.
इस दौरान प्रोफेसर शर्मा ने आर्द्रभूमि को बचाए रखने पर जोर दिया. वहीं महाविद्यालय के संस्थापक बाबू भगवती सिंह ने बताया कि जिस तरह से तालाब और झील कम हो रहे हैं वह चिंताजनक है. इन्हें बचाकर रखने की जरूरत है. ताकि जलस्तर अपने लेबल पर बना रहे और पानी की कमी न हो सके.