लखनऊ:हाईकोर्ट में वकीलों ने मंगलवार को सीएए के समर्थन में परिसर के अंदर मार्च निकाला. मार्च हाईकोर्ट के गेट नंबर छह से शुरू हुआ और इंदिरा प्रतिष्ठान के सामने से शहीद पथ चौराहे पर होते हुए हाईकोर्ट के गेट नंबर छह पर समाप्त हुआ. गेट पर एकत्रित होने के पश्चात शासकीय अधिवक्ता विमल श्रीवास्तव ने वकीलों को संबोधित करते हुए कहा कि सीएए संविधान की मूल भावना को ध्यान में रखते हुए पारित किया गया है.
लखनऊ हाईकोर्ट के वकीलों ने सीएए के समर्थन में निकाला मार्च - march in support of caa
उत्तर प्रदेश के लखनऊ हाईकोर्ट की बेंच के वकीलों ने मंगलवार को सीएए के समर्थन में हाईकोर्ट परिसर का परिक्रमा मार्च निकाला. मार्च में सैकड़ों की संख्या में वकील शामिल हुए. वकीलों ने हाथों में तिरंगा, तख्ती, बैनर लेकर पहुंचे थे.
वकीलों ने सीएए के समर्थन में निकाला मार्च.
सीएए के माध्यम से पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से धार्मिक आधार पर पीड़ित अल्पसंख्यक हिन्दू, सिख, जैन, इसाई और पारसियों को भारत में नागरिकता देना है. सीएए संविधान की किसी भावना को ठेस नहीं पहुंचाती है. कुछ राजनीतिक दल बेवजह विरोध कर रहे हैं. मार्च में मुख्य रूप से संघ के वरिष्ठ अधिकारी प्रशांत भाटिया, शैलेंद्र कुमार सिंह, प्रभात अधौलिया, एसपी सिंह, विजय प्रकाश द्विवेदी, रवि सिंह सिसोदिया, एचजीएस उपाध्याय ने भाग लिया.