लखनऊ: अस्पतालों में हो रही संवेदनहीनता के मामले में केजीएमयू भी अब शामिल होता जा रहा है. इस सिलसिले में बीते शनिवार को आर्थोपेडिक विभाग और मेडिसिन विभाग के बीच डॉक्टरों में हुई मारपीट और तोड़फोड़ के बाद केजीएमयू प्रशासन ने 6 रेजीडेंट्स चिकित्सकों पर कार्रवाई करते हुए सस्पेंड कर दिया है.
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जानिए क्या है पूरा मामला
केजीएमयू में लगातार कई विभागों में डॉक्टरों के संवेदनहीनता के मामले सुर्खियों में छाए रहते हैं. बीते शनिवार को भी मेडिसिन विभाग के रेजिडेंट्स और ऑर्थोपेडिक विभाग के रेजिडेंट के बीच जमकर मारपीट हुई थी और अस्पताल में तोड़फोड़ भी की गई थी.
छह चिकित्सकों को किया सस्पेंड
इस मामले में मेडिसिन विभाग के डॉक्टरों ने बिना केजीएमयू प्रशासन को जानकारी दिए ऑर्थोपेडिक विभाग के डॉक्टरों पर एफआईआर दर्ज करवाई थी और 6 रेजीडेंट डॉक्टरों को नामजद किया था. इस पर केजीएमयू प्रशासन ने कार्रवाई करने की बात कही थी.
इस पूरे मामले पर किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टर प्रोफेसर आरएएस कुशवाहा ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि इस मामले के लिए एक जांच कमेटी गठित की गई है. यह बेहद दुखद है कि छात्रों में संवेदनहीनता बढ़ती जा रही है और यह अस्पताल के हक में नहीं है. केजीएमयू के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर एसएन शंखवार ने मेडिसिन विभाग के तीन और ऑर्थोपेडिक विभाग के तीन रेजिडेंट डॉक्टरों को सस्पेंड कर दिया है. जांच कमेटी भी इस पूरे मामले को निष्पक्ष रूप से देख रही है और इस पर जल्द ही फैसला लेगी.