लखनऊ: अस्पतालों और होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमितों के लिए बढ़ रहे ऑक्सीजन संकट को देखते हुए राज्य सरकार की अपील पर औद्योगिक इकाइयों ने ऑक्सीजन सिलेंडर वापस करना शुरू कर दिया है. उम्मीद जताई जा रही है कि इससे जल्द ही प्रदेश में ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी की भरपाई की जा सकेगी.
मंत्रियों को दी गयी जिम्मेदारी
उत्तर प्रदेश में कोरोना मरीजों के इलाज में ऑक्सीजन व बेड की कमी ने सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. लखनऊ समेत करीब सभी जिलों से ऑक्सीजन और बेड की कमी की सूचनाएं मिल रही हैं. इसके चलते सरकार की तरफ से ऑक्सीजन की व्यवस्था की जिम्मेदारी चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना और एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह को सौंपी गई है. बेड की व्यवस्था के लिए स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा विभाग को युद्ध स्तर पर प्रयास करने के निर्देश दिए गए हैं. सिद्धार्थ नाथ सिंह को एमएसएमई इकाइयों से समन्वय करके छोटे अस्पतालों को ऑक्सीजन सप्लाई कराने का जिम्मा सौपा गया है.
इसे भी पढ़ें-300 अस्पतालों में ऑक्सीजन का संकट, दांव पर 8 हजार मरीजों की जिंदगी
लाइसेंस नवीनीकरण में दी गई छूट