लखनऊ:लखनऊ विश्वविद्यालय की पीजी प्रवेश परीक्षा में इस साल अगर जीरो (शून्य) भी मिलता है तब भी दाखिला पाने का मौका मिलेगा. दरअसल, कई पाठ्यक्रम ऐसे हैं जिनमें, सीटों के मुकाबले प्रवेश परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों की संख्या कम है. इन हालातों में इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश परीक्षा में शामिल सभी अभ्यर्थियों का दाखिला शत प्रतिशत है. विश्वविद्यालय में कहने को तो दाखिले के लिए रिकॉर्ड आवेदन आए, लेकिन कई ऐसे कोर्सेज भी हैं जिनमें अभ्यर्थी प्रवेश परीक्षा में शामिल ही नहीं हो रहे. कई पाठ्यक्रम ऐसे हैं जिनमें, सीटों के मुकाबले प्रवेश परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों की संख्या कम है.
ऐसे हैं हालात
लखनऊ विश्वविद्यालय के एमए/एमएससी योग पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए 6 सितंबर को प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया गया. इस पाठ्यक्रम में विश्वविद्यालय के पास करीब 50 सीटें हैं. दाखिले के लिए 63 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया. प्रवेश परीक्षा में सिर्फ 37 अभ्यर्थी शामिल हुए. अब कोर्स चलाने के लिए इन सभी को दाखिला देना विश्वविद्यालय की मजबूरी है. ऐसी ही कुछ तस्वीर MA डिफेंस स्टडीज में भी बनती हुई नजर आ रही है. इस पाठ्यक्रम की कुल सीटें 25 है. दाखिले के लिए करीब 34 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया. मंगलवार को जब इसकी प्रवेश परीक्षा हुई तो 23 अभ्यर्थी मौजूद रहे और 11 अनुपस्थित थे. अब सभी को मेरिट में जगह देना लखनऊ विश्वविद्यालय के लिए मजबूरी है. MA दर्शनशास्त्र विश्वविद्यालय का रेगुलर कोर्स है. इसमें कुल 40 सीटें हैं. इस पाठ्यक्रम की प्रवेश परीक्षा में 32 अभ्यर्थी उपस्थित रहे. वहीं 17 अनुपस्थित रहे.