लखनऊ: कोरोना काल में सभी बड़े कार्यक्रम स्थगित हैं, लेकिन योग की उपयोगिता को देखते हुए योगी सरकार इस बार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन डिजिटल प्लेटफॉर्म पर करने जा रही है. स्टे ऐट होम की तर्ज पर योग ऐट होम किया जाएगा. योग को प्रोत्साहित करने के लिए 21 जून को योग करके सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड करने वालों में से लोगों का चयन कर उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा. योग दिवस को लेकर योगी सरकार की तैयारियों पर आयुष मंत्री धरम सिंह सैनी ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत की.
'30 मिनट तक करें योग'
आयुष मंत्री धरम सिंह सैनी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि कोरोना के कारण सभी कार्यक्रम स्थगित हैं, लेकिन योग दिवस का आयोजन किया जा रहा है. इस कोरोना काल में योग का विशेष महत्व है. इस वैश्विक महामारी की कोई भी दवा या वैक्सीन नहीं बन पाई है. वही व्यक्ति सुरक्षित रहेगा, जिसकी प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी. उन्होंने कहा कि प्रतिरोधक क्षमता ठीक हो इसके लिए हर दिन कम से कम 30 मिनट योग करना आवश्यक है. हर दिन 30 मिनट तक योग करने वाला व्यक्ति अपने आप को कोरोना से बचा सकता है. इसलिए इसके महत्व को देखते हुए डिजिटल प्लेटफार्म पर योग दिवस का आयोजन किया जा रहा है.
'योग का वीडियो अपलोड करने पर मिलेगा पुरस्कार'
आयुष मंत्री ने कहा कि प्रदेश की जनता को स्वस्थ रखना है तो उसे योग के लिए प्रेरित करना है. इसीलिए हमारी सरकार ने इसमें पुरस्कार भी रखे हैं. योग करते हुए तीन मिनट का वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड करने वाले को पुरस्कार दिया जाएगा. प्रदेश सरकार ने प्रथम पुरस्कार 51 हजार रुपये, दूसरा 21 हजार रुपये और तीसरा पुरस्कार 11 हजार रुपये रखा है. वहीं भारत सरकार ने भी योग दिवस के अवसर पर पुरस्कार घोषित कर रखा है. केंद्र का प्रथम पुरस्कार एक लाख, द्वितीय पुरस्कार 50 हजार और तृतीय पुरस्कार 25 हजार रुपये का है.