लखनऊ : ड्रोन की बढ़ती मांग को देखते हुए उत्तर प्रदेश के डिफेंस कॉरिडोर में दो कंपनियों ने इसके निर्माण की पहल की है. करीब 581 करोड़ का निवेश कर ये कंपनियां सेना के लिए ड्रोन का निर्माण करेंगी. इन दोनों कंपनियों को अलीगढ़ में ड्रोन की फैक्ट्री लगाने के लिए जमीन उपलब्ध करा दी गई है.
डिफेंस कॉरिडोर में हुए इस निवेश से प्रदेश रक्षा उत्पाद निर्माण के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की ओर तेजी से तो बढ़ेगा. साथ ही सेना को भी अत्याधुनिक ड्रोन मिल सकेंगे. इसके अलावा हजारों लोगों को स्थायी रोजगार भी मिलेगा.
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनवरी 2018 में इंवेस्टर्स समिट के दौरान यूपी में डिफेंस कॉरिडोर बनाने की घोषणा की थी. इसके तहत राज्य सरकार ने लखनऊ, कानपुर, चित्रकूट, झांसी, आगरा, और अलीगढ़ नोड में डिफेंस कॉरिडोर स्थापित करने की कार्रवाई की.
इसके बाद फरवरी 2020 को लखनऊ में आयोजित डिफेंस एक्सपो के दौरान रक्षा उत्पाद से जुड़ी देश और विदेश की कंपनियों ने कॉरिडोर में निवेश के लिए 50 हजार करोड़ के एमओयू किए थे.
सबसे अधिक एमओयू अलीगढ़ में खैर रोड पर अंडला में बनाए जा रहे कॉरिडोर के लिए हुए हैं. सीएम योगी ने डिफेंस कॉरिडोर में निवेश की पहल करने वाली इन कंपनियों को राज्य में जमीन पाने आदि में किसी तरह की कोई दिक्कत न होने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री के इस प्रयास के बाद लखनऊ नोड में कंपनियों ने निवेश करने में रूचि दिखाई है.
यूपीडा के अधिकारियों के अनुसार अलीगढ़ नोड में फैक्ट्री लगाने के लिए 29 कंपनियों ने अपने प्रपोजल सरकार को सौंपने और फैक्ट्री लगाने के लिए जमीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया. इसी प्रकार लखनऊ नोड में 11, झांसी नोड में छह, कानपुर नोड में आठ कंपनियों ने फैक्ट्री लगाने के लिए जमीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया है.
यूपीडा ने विभिन्न कंपनियों से मिले प्रस्तावों पर कार्रवाई करते हुए अलीगढ़ नोड में 19 विख्यात कंपनियों को अब तक 55.40 हेक्टेयर भूमि आवंटित की है. यह 19 कंपनियां अलीगढ़ नोड में 1245.75 करोड़ का निवेश कर रक्षा संबंधी उपकरण आदि बनाएंगी.