लखनऊः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को लखनऊ में कहा कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने का फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के दबाव में लिया गया है. कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव मंगलवार को कानपुर में इंटक के कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे.
प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के दबाव में लगा महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन: दिग्विजय सिंह
दिग्विजय सिंह मंगलवार को कानपुर में एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे. उसके बाद वह लखनऊ पहुंचे. यहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने का फैसला पूरी तरह से गलत है.
'बेरोजगारी भाजपा शासन काल में और बढ़ी है'
उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पास इतना पैसा आ चुका है कि वह अब विधायकों की खरीद-फरोख्त का खेल शुरू करना चाहते हैं. इसीलिए महाराष्ट्र में लोकतांत्रिक सरकार चुने जाने का अवसर छीना गया है. विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग के लिए मैदान खुला छोड़ दिया गया है.
इससे पहले उन्होंने केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों के लिए भी भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की उन्होंने कहा कि देश में बेरोजगारी की दर सबसे ज्यादा बढ़ी है और अब कारखानों में उत्पादन भी घट गया है. इससे आने वाले दिनों में भारत का आर्थिक संकट और ज्यादा बढ़ेगा. यह सब कुछ मोदी सरकार की गलत आर्थिक नीतियों का परिणाम है.