लखनऊ: अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट नवंबर महीने में फैसला दे सकती है. इसको लेकर पूरे उत्तर प्रदेश में पुलिस विभाग ने अलर्ट जारी किया है. पुलिस विभाग की ओर से जारी अलर्ट के प्रदेश के सभी थानों को सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए निर्देशित किया गया है. वहीं क्षेत्र के प्रतिष्ठित लोगों के साथ बैठकर मीटिंग करने के निर्देश भी दिए गए हैं. इसके साथ ही डीजीपी ओपी सिंह ने सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों पर भी खास निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं.
अयोध्या विवाद पर फैसले से पहले डीजीपी ने दिए निर्देश. डीजीपी ओपी सिंह ने कहा है कि सोशल मीडिया पर पिछले 5 वर्षों से लगातार सांप्रदायिक और आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों पर खास नजर रखी जाएगी. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक और आपत्तिजनक पोस्ट को रोकने का हर हाल में प्रयास किया जाएगा, जिससे किसी तरह का कोई विवाद न पैदा होने पाए. अयोध्या फैसले से पहले उत्तर प्रदेश पुलिस फेसबुक, इंस्टाग्राम, टि्वटर सहित तमाम सोशल मीडिया पर पैनी नजर रखेगी.
अयोध्या विवाद पर आने वाला फैसला उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए काफी महत्वपूर्ण है. दो संप्रदायों से जुड़े इस मामले में विवाद की संभावनाएं रहती हैं. लिहाजा उत्तर प्रदेश पुलिस लगातार सतर्कता बरत रही है. उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर क्षेत्रीय लोगों के साथ बैठक की जा रही है और माहौल को बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है.
कमलेश तिवारी हत्याकांड के बाद सोशल मीडिया पर यूपी पुलिस ने बढ़ाई चौकसी
बहुचर्चित कमलेश तिवारी हत्याकांड के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक और आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर एक्टिव मोड में नजर आ रही है. कमलेश तिवारी की हत्या को अंजाम देने वाले दोनों अपराधी सोशल मीडिया की मदद से ही कमलेश तिवारी से जुड़े थे और सोशल मीडिया पर कमलेश तिवारी द्वारा की गई विवादित पोस्ट के चलते ही उनकी हत्या की गई. इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस सोशल मीडिया पर निगरानी को लेकर गंभीरता से काम कर रही है. जिसको लेकर पिछले दिनों बड़े पैमाने पर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक व सांप्रदायिक पोस्ट करने वालों पर कार्रवाई भी की गई है.