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कोरोना वैक्सीन का बुजुर्ग को प्राइवेट नंबर से आया मैसेज - लखनऊ में बुजुर्ग को आया मैसेज

यूपी के लखनऊ में एक रिटायर्ड बुजुर्ग कर्मचारी को कोरोना वैक्सीन लगवाने का मैसेज आया. जब वह अस्पताल पहुंचे तो पता चला कि लिस्ट में उनका नाम ही नहीं है.

रिटायर्ड बुजुर्ग कर्मचारी
रिटायर्ड बुजुर्ग कर्मचारी

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Published : Jan 16, 2021, 9:08 PM IST

लखनऊःराजधानी के राजाजीपुरम निवासी रिटायर्ड वरिष्ठ लेखाधिकारी अल्पसंख्यक कल्याण विभाग एसजेडीए जाफरी (65) के मोबाइल फोन पर एक अज्ञात फोन नंबर से अपना कोविड-19 टीकाकरण जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में कराने के लिए मैसेज आया. मैसेज को पढ़कर बुजुर्ग राजधानी लखनऊ स्थित केजीएमयू अस्पताल पहुंचे. जिसके बाद मैसेज को लेकर स्वास्थ विभाग के कर्मचारियों में चर्चाएं होती रहीं. मैसेज दिखाने पर केजीएमयू के स्वास्थ्य कर्मचारियों ने बुजुर्ग को समझा-बुझाकर वापस भेज दिया.

एसजेडीए जाफरी (65) वरिष्ठ लेखाधिकारी अल्पसंख्यक कल्याण विभाग से रिटायर्ड हैं.

कानपुर कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर से आया मैसेज
जिस नंबर से मैसेज आया उस नंबर पर ईटीवी भारत के रिपोर्टर ने बात की तो सामने से बात करने वाले व्यक्ति ने बताया कि यह नंबर कानपुर के कोरोना वैक्सीनेशन कंट्रोल सेंटर का है. स्वंय को कर्मचारी बताने वाले व्यक्ति ने यह भी बताया है कि कानपुर में वैक्सीनेशन के कार्य को लेकर कई लोगों को मैसेज किया गया है.

कर्मचारी की गलती से गया मैसेज
रिटायर्ड बुजुर्ग के फोन नंबर पर वैक्सीनेशन के लिए मैसेज को लेकर ईटीवी भारत ने राजधानी के वैक्सीनेशन प्रभारी अपर चिकित्सा अधिकारी एमके सिंह से बातचीत की. उन्होंने बताया कि हो सकता है कि बुजुर्ग के परिवार में कोई स्वास्थ्य कर्मी हो, जिसे वैक्सीन का टीका लगना हो लेकिन उसने अपना नंबर न देकर यह यह नंबर दे दिया हो. जिससे मैसेज उनके पास चला गया होगा. उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं होगी. यह भी हो सकता है कि मैसेज करते समय कर्मचारी से गलत नंबर फीड हो गया हो.

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