लखनऊ: डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के सांतवें दीक्षांत समारोह की तैयारियों अंतिम चरण में हैं. शनिवार को दीक्षांत समारोह की रिहर्सल किया गया. इसमें मेधावी विद्यार्थियों ने भी हिस्सा लिया. वहीं देर शाम तक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राणा कृष्ण पाल सिंह सहित प्रशासनिक अधिकारी, कर्मचारी और शिक्षक व्यवस्थाओं को दुरुस्त बनाने में लगे रहे. दीक्षांत समारोह में शामिल होने वाले मेधावियों को छात्रावास में रहने की व्यवस्था की गई है.
विश्वविद्यालय का सांतवां दीक्षांत समारोह 14 दिसंबर को होना है. इसमें शैक्षिक सत्र 2019-2020 के विद्यार्थियों और मेधावियों को डिग्री एवं मेडल दिया जाएगा. कई दिनों से दीक्षांत समारोह की काफी जोर-शोर से तैयारी चल रही है, जहां कुलपति प्रो. राणा कृष्ण पाल सिंह शनिवार को दीक्षांत समारोह के साथ ही परिसर में होने वाले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की प्रतिमा सहित अन्य भवनों का लोकार्पण आदि कार्यक्रमों की तैयारी की समीक्षा कर रहे थे तो वहीं कुलसचिव अमित सिंह और परीक्षा नियंत्रक डॉ. अमित राय दीक्षांत समारोह में वितरित की जाने वाली डिग्री और मेडल के अलावा मेधावियों को ठहराने आदि की तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगे रहे. कुलसचिव अमित सिंह के अनुसार सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. अब केवल कमियों को दूर करने के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं.
रिहर्सल में प्रो. शैफाली बनीं आनंदीबेन पटेल
अटल बिहारी बाजपेयी सभागार में दीक्षांत समारोह का पूर्वाभ्यास किया गया. सबसे पहले सभागार के अंदर से शैक्षिक यात्रा निकाली गई. यात्रा सभागार में पहुंचने के बाद राष्ट्रगान के साथ समारोह की शुरुआत हुई और फिर मेडल वितरित किए जाने तक की पूरी प्रक्रिया का रिहर्सल किया गया. इसमें मुख्य अतिथि साहित्य अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पंडित विश्वनाथ प्रसाद तिवारी की भूमिका प्राक्टर प्रो. वीके सिंह ने निभाई. वहीं विधि संकाय की डीन प्रो. शैफाली यादव राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएसआईटी के डीन प्रो. आरके श्रीवास्वत ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भूमिका अदा की. इस मौके पर कुलपति और कुलसचिव भी शामिल हुए.
एकेडमिक और प्रशासनिक ब्लॉक में बांटी जाएंगी डिग्री
कुलसचिव अमित सिंह ने बताया कि दीक्षांत समारोह के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में केवल मेडल हासिल करने वाले मेधावी ही मौजूद रहेंगे. अन्य किसी विद्यार्थियों को शामिल होने की अनुमति नहीं है. प्रशासनिक भवन और एकेडमिक ब्लॉक एक और दो में विद्यार्थियों को डिग्री वितरित करने की व्यवस्था की गई है. इस बात का ख्याल रखा गया है कि किसी भी हाल में 150 से अधिक विद्यार्थी कहीं पर भी मौजूद नहीं रहें. उन्होंने बताया कि मेधावियों के रहने की व्यवस्था छात्रावास में की गई है, लेकिन डिग्री लेने वाले विद्यार्थियों को अपने रहने की व्यवस्था खुद करनी होगी.