लखनऊ : 'उत्तर प्रदेश में लगातार चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में बदलाव हो रहा है. लगातार चिकित्सकों से लेकर एएनएम, नर्स एवं कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है. एएनएम की नियुक्ति का मामला न्यायालय में चल रहा था, जिसके बाद एक लंबे समय का इंतजार एएनएम अभ्यर्थियों को करना पड़ा. खुशी इस बात की है कि देर से ही नियुक्ति पत्र अभ्यर्थियों को मिला, लेकिन पूरी पारदर्शिता के साथ एएनएम की नियुक्ति की गई है. एएनएम अभ्यर्थियों ने भी काफी संघर्ष किया है और यह अच्छी बात है कि इन अभ्यर्थियों ने धरना प्रदर्शन करने की वजह सरकार पर विश्वास रखा.' यह बातें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को एएनएम नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम के दौरान कहीं. लोकभवन सभागार में हुए कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 7,182 एएनएम को नियुक्ति पत्र वितरित किया गया.
सीएम योगी ने कहा कि 'प्रदेशभर से आए सभी एएनएम का स्वागत करते हैं, पारदर्शी तरीके से नियुक्ति को लेकर विभाग को भी धन्यवाद करता हूं. एक लंबी लड़ाई के बाद आज इतनी बड़ी तादाद में एएनएम को नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है. चयन प्रक्रिया में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया गया है. प्रदेश में 9 लाख अभ्यर्थियों को सरकारी नौकरी निष्पक्ष दी गई है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल मे एएनएम बहनों ने एक मिसाल पेश की. उनकी कार्यकुशलता से यूपी ने एक मॉडल के रूप मे खुद को दुनिया के सामने पेश किया. प्रदेश के पास रेवेन्यू है, सिर्फ आपकी सेवाओं की जरूरत है. सरकार ने आपकी नियुक्ति निष्पक्षता के साथ की है. आप के भी सहयोग की अपेक्षा है. स्वास्थ्य क्षेत्र में उत्तर प्रदेश ने बहुत अच्छी प्रगति की. हमने भारत सरकार के साथ वन डिस्ट्रिक वन मेडिकल कॉलेज़ की ओर काम किया. हमने स्वास्थ्य क्षेत्र मे परसेप्शन बदला, आजादी के बाद से प्रदेश मे सिर्फ 12 मेडिकल कॉलेज़ थे, जबकि पिछले छह वर्षों में हम 59 जिलों मे मेडिकल कॉलेज़ बना चुके हैं या निर्माणाधीन हैं. बाकी 16 जनपदों मे भी यह प्रक्रिया चल रही है. आज हेल्थ एटीएम के माध्यम से स्वास्थ्य लाभ दिया जा रहा है. आयुष्मान योजना के माध्यम से लाभ दिया जा रहा है.'