लखनऊ:जनपद में सोमवार को मुख्यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत विशिष्ट दिव्यांगजन को आवास की चाबी वितरित की गई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने 500 लाभार्थियों को आवास की सांकेतिक चाबी भेंट की. इस दौरान कार्यक्रम में पूर्व राज्यपाल राम नाईक के साथ ही अन्य मंत्री भी उपस्थित रहे.
सीएम योगी ने कहा कि 62 जिलों में 50740 लोगों को आवास की चाबी दी गई है. पीएम मोदी ने नारा दिया था कि 'सबका साथ सबका विकास', यह योजना उसका उदाहरण है. पीएम आवास योजना में यूपी आवास देने में सबसे ऊपर है. इस योजना में यूपी को 19 पुरस्कार भारत सरकार की तरफ से मिले हैं. ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में प्रत्येक परिवार को आवास देने की योजना है.
सीएम ने विपक्ष पर साधा निशाना
विपक्ष पर निशाना साधते हुए सीएम योगी ने कहा कि इस आवास योजना के तहत जाति, मजहब नहीं देखा जा रहा है. जो लोग भेदभाव का आरोप लगा रहे हैं, उन्हें अपने-अपने पूर्वजों की सरकारों के कृत्यों को देखना चाहिए. दरअसल पिछली सरकारों ने लोगों के साथ भेदभाव किया है, इसलिए देश की जनता ने उन्हें किनारे कर दिया.
बीजेपी सरकार की गिनाई उपलब्धियां
सीएम योगी ने सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताते हुए कहा कि 2017 तक दर्जनों गांवों को राजस्व गांव का दर्जा नहीं मिला था. हमारी सरकार ने वन्य गांवों को राजस्व गांव घोषित कर उन्हें तमाम योजनाओं से लाभान्वित कराने का काम किया है. जो लोग छूट गए थे, उन्हें इस सरकार में आवास दिया जा रहा है.
15 लाख परिवारों को दिया गया आवास
अब तक पीएम ग्रामीण योजना के तहत 15 लाख परिवारों को आवास दिया गया है. इसके अलावा बचे हुए 50 हजार लोगों को लाभ देने के लिए मुख्यमंत्री आवास योजना लेकर आए. यह योजना 630 करोड़ की है. पीएम मोदी की सरकार में साढ़े पांच वर्षों में आवास सबको, शौचालय सबको, सुरक्षा सबको और बिजली सबको का लक्ष्य तेजी से पूर्ण हो रहा है.