लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एमएसएमई सेक्टर में रोजगार उपलब्ध कराने की अपार संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार नवीन एमएसएमई इकाइयों की स्थापना और पहले से स्थापित इकाइयों के सुदृढ़ीकरण करने के लिए हर संभव मदद एवं सुविधा प्रदान कर रही है.
एमएसएमई की 49 लाख इकाइयों को लोन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को यहां अपने सरकारी आवास पर बैठक में विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने एमएसएमई सेक्टर के विकास और विस्तार के लिए प्रभावी कार्यवाही को जारी रखने के निर्देश दिए हैं. बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि पिछले लगभग चार वर्षों में प्रदेश की 49 लाख एमएसएमई इकाइयों को बैंकों के माध्यम से लोन दिलाया गया. इससे ढाई करोड़ से अधिक रोजगार के अवसर सृजित हुए.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में धान खरीद तेजी से की जाए. यह सुनिश्चित किया जाए कि खरीद केन्द्रों पर किसानों को धान बेचने में कोई असुविधा न हो. मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में उपयोगिता प्रमाण-पत्र समय से भारत सरकार के सम्बन्धित मंत्रालय को भेजने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि समय से उपयोगिता प्रमाण-पत्र भेजने से केन्द्र सरकार सम्बन्धित योजना की आगामी किस्त की धनराशि जारी करती है.
विभागीय बजट की तैयारी के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को विभागीय बजट की समीक्षा करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण बजट धनराशि का सदुपयोग करते हुए कार्यों को सम्पन्न किया जाए. यह भी सुनिश्चित किया जाए कि समस्त कार्य निर्धारित दिशा-निर्देशों, मानकों एवं वित्तीय नियमों के अनुरूप क्रियान्वित हों.
बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे.