लखनऊःउत्तर रेलवे की कैरिज एंड वैगन वर्कशॉप आलमबाग को 'ग्रीनको गोल्ड' रेटिंग मिली है. उत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल के सीनियर डीसीएम जगतोष शुक्ल ने बताया कि इस रेटिंग के मिलने से रेलवे इकाइयों की चुनिंदा सूची का हिस्सा आलमबाग वर्कशॉप बन गया है.
कैरिज वर्कशॉप को मिला 'ग्रीनको गोल्ड रेटिंग' प्रमाणपत्र
यूपी के लनखऊ में मंगलवार को उत्तर रेलवे की कैरिज एंड वैगन वर्कशॉप आलमबाग को 'ग्रीनको गोल्ड' रेटिंग मिली है. इसकी जानकारी उत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल के सीनियर डीसीएम जगतोष शुक्ल ने दी.
क्या है इस वर्कशॉप का इतिहास
जगतोष शुक्ल ने बताया कि इस वर्कशॉप की स्थापना 1865 में अवध एंड रोहिलखंड रेलवे के तहत हुई थी. पिछले 152 वर्षों में कार्यशाला ने बहुत सारे बदलाव देखे हैं. वर्तमान में प्रति माह 140 बोगियों की पीरियोडिक ओवरहॉलिंग की क्षमता है. इससे पूर्व साल 2014 में एकीकृत प्रबंधन प्रणाली के लिए आईएसओ 9001, आईएसओ 14001 और ओएचएसएएस 18001 सर्टिफिकेट मिल चुके हैं. इसके अलावा जुलाई 2017 में ऊर्जा प्रबंधन प्रणाली के लिए प्रमाणपत्र मिल चुका है. मई 2018 में कैरिज वर्कशॉप, आलमबाग को ग्रीनको कांस्य के रूप में दर्जा दिया गया था.
कार्यक्रम में अधिकारियों ने लिया हिस्सा
बता दें जब इस वर्कशॉप को ग्रीन कांस्य का अवॉर्ड मिला था तो कार्यक्रम में उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक, उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक, सीनियर डीसीएम समेत रेलवे के बड़े अधिकारियों ने हिस्सा लिया था. इस दौरान उन्होंने इस वर्कशॉप के अधिकारियों और कर्मचारियों की जमकर प्रशंसा की थी.