लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री आशुतोष टंडन ने सपा-बसपा गठबंधन के टूटने के खबर पर कहा कि जनता ने इन दोनों ही दलों को खारिज कर दिया है. दोनों ही दलों के नेता चुनाव मिलकर लड़े या अकेले, उन्हें परास्त होना ही पड़ेगा.
सपा-बसपा गठबंधन 'खत्म', बीजेपी नेताओं ने ली चुटकी
सपा-बसपा गठबंधन में दरार पड़ने की खबर आने के साथ ही बीजेपी ने इस पर चुटकी ली है. यूपी के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि मैंने तो पहले ही कहा था कि गठबंधन वेंटिलेटर पर है और 23 मई के बाद बसपा के दरवाजे अखिलेश यादव के लिए बंद हो जाएंगे.
उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा.
सपा-बसपा का गठबंधन बेमेल गठबंधन
- उत्तर प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता आशुतोष टंडन ने सोमवार की शाम मीडिया से बातचीत में कहा सपा-बसपा का गठबंधन बेमेल गठबंधन था.
- उन्होंने कहा कि दोनों दलों की नियत पर मतदाताओं को भरोसा नहीं है. उनकी राजनीति में जातिवाद सबसे ज्यादा है और मतदाता जातिवाद को समर्थन देने के लिए तैयार नहीं है.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोनों की सरकार में जातिवाद और धर्म या संप्रदाय के आधार पर फैसले नहीं किए जा रहे हैं.
- उन्होंने कहा सपा-बसपा दोनों ही राजनीतिक दल अब जनता की नजरों से उतर चुके हैं.
- उनकी जातिवादी राजनीति को मतदाताओं ने पूरी तरह से नकार दिया है.
- विधानसभा के उपचुनाव में बहुजन समाज पार्टी अगर अकेले लड़ने का एलान कर रही है तो भी यह जान ले कि मतदाता अब उसके साथ नहीं है.
उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने ली चुटकी
- उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि मैं इस पर कुछ नहीं कहता कि गठबंधन टूटा है नहीं टूटा है, लेकिन चुनाव में मैंने एक बात जरूर कही थी कि यह बेमेल गठबंधन है.
- डॉ. शर्मा ने कहा कि मैंने कहा था कि 23 तारीख के बाद बसपा अध्यक्ष के दरवाजे अखिलेश यादव के लिए बंद हो जाएंगे.