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बस पर राजनीति तेज, अखिलेश बोले- मजदूरों पर भारी पड़ रही सरकार की हठधर्मिता - यूपी में बस विवाद

कांग्रेस की तरफ से प्रवासी मजदूरों के लिए भेजी गई बसों के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश में सियासत तेज हो गयी है. बुधवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मुद्दे को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा. अखिलेश यादव ने कहा कि मजदूरों पर सरकार की हठधर्मिता भारी पड़ रही है. साथ ही उन्होंने बीजेपी सरकार से ही फिटनेस का सर्टिफिकेट भी मांग लिया.

मजदूरों पर भारी पड़ रही सरकार की हठधर्मिता
मजदूरों पर भारी पड़ रही सरकार की हठधर्मिता

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Published : May 21, 2020, 2:47 AM IST

लखनऊ: सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार मजदूरों की घर पहुंचने की व्याकुलता का भी राजनीतिक के लिए इस्तेमाल कर रही है. अखिलेश ने कहा कि, प्रदेश में रोजाना कई मजदूर दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं. लेकिन बीजेपी सरकार उदासीन है और उसने सभी मानवीय मूल्यों को रौंद दिया है.

'सरकार दे फिटनेस सर्टिफिकेट'
अखिलेश ने कहा कि सरकारी, प्राइवेट और स्कूलों की पचासों हजार बसें खड़े-खड़े धूल खा रही हैं तो प्रदेश सरकार इन बसों का इस्तेमाल क्यों नहीं कर रही है. मजदूरों और गरीबों पर सरकार की हठधर्मिता बहुत भारी पड़ रही है. मदद के लिए हाथ बढ़ाने वालों को झटक देना ही भाजपा का आचरण बन गया है. भाजपा सरकार को वस्तुतः स्वयं इस बात का फिटनेस सर्टीफिकेट देना चाहिए कि क्या वह इस बदहाली में देश-प्रदेश का शासन-प्रशासन चलाने लायक है.

'सरकार का व्यवहार असंवेदनशील'
इसके साथ ही सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि, भाजपा सरकार की गरीब और श्रमिक विरोधी नीतियों का ही फल है कि रोजाना ही सड़क हादसों में श्रमिकों की जानें जा रही हैं. औरैया काण्ड में मृतकों के साथ भाजपा सरकार के अंसेवदनशील बर्ताव को दुनिया जान चुकी है. इटावा में ट्रक की चपेट में आकर 6 किसानों की मौत हो गई. कानपुर में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर हुई दुर्घटना में श्रमिक के बच्चे की मौत हो गई और 12 लोग घायल हो गए. आजमगढ़ के अतरौलिया क्षेत्र में हाईवे पर मऊ निवासी 2 छात्रों सहित 3 लोगों की मृत्यु हो गई. ऐसे में सीएम की पुलिस आखिर किस तरीके से चौकसी बरत रही है.

अखिलेश यादव ने सपा के कार्यकर्ताओं और नेताओं को निर्देश दिया कि भाजपा की बातों पर ध्यान न देकर श्रमिकों और गरीबों की आवाजों पर ध्यान दें. साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए जनता को भाजपा के कारनामों के बारे में बताएं.

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